कोलकाता । कोन्नगर स्थित स्टडी मिशन के सभागार में प्रगति प्रकाशन की ओर से ‘काव्यांचल’ काव्य संग्रह का लोकार्पण एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। काव्यांचल हिंदी के 120 वरिष्ठ एवं नव युवा कवि-कवयित्रियों का संग्रह है। इस संग्रह का संपादन श्रीप्रकाश गुप्ता ने किया है। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन एवं रुपम महतो द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ हुई। इस अवसर पर उच्च शिक्षा, साहित्य एवं संपादन के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सावित्री गर्ल्स कॉलेज की भूतपूर्व प्राध्यापिका एवं ‘मुक्तांचल’ पत्रिका की संपादक डॉ. मीरा सिन्हा को ‘प्रगति शिक्षा सम्मान 2023’, हिंदी जगत की सफल नाटककार, कहानीकर एवं निर्देशिका उमा झुनझुनवाला को ‘प्रगति नाट्य सम्मान 2023’ और हिंदी के जनवादी कवि राज्यवर्द्धन को ‘प्रगति रचना सम्मान 2023’ से सम्मानित किया गया। डॉ. मीरा सिन्हा ने प्रगति प्रकाशन को निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने का आशीष दिया।
उमा झुनझुनवाला ने अपने वक्तव्य में कहा की वर्तमान समय में मानसिक विकृति को दूर करने के लिए समय-समय पर हिंदी भाषियों को ऐसे साहित्यिक खुराक की आवश्यकता है। राज्यवर्द्धन ने अपने वक्तव्य में साहित्य के विकेंद्रीकरण की बात कही ताकि साहित्य का लोकतांत्रिक विकास हो सके। डॉ. संजय जायसवाल ने ‘काव्यांचल को युवा सृजन के रचनात्मक संसार का फलक बताते हुए कहा कि रचनात्मकता से संकीर्णता टूटती है और उच्चतर मूल्यबोध विकसित होते हैं। यह मंच वरिष्ठ और युवा कवियों का सेतु बंधन भी है। दिव्या प्रसाद ने हिंदी जगत में ‘काव्यांचल’ के आगमन को नव रचनाकारों के लिए एक उपलब्धि माना। दूसरे सत्र में रवि प्रताप सिंह, जय कुमार रुसवा, रीमा पाण्डेय, मनीषा गुप्ता, डॉ. शाहिद फरोगी, प्रदीप धानुक ,अभिषेक गुंजन, अनिता ठाकुर,रास बिहारी गिरी, सूर्य देव राय, नुपुर श्रीवास्तव, प्रिया श्रीवास्तव, मुरली चौधरी, डॉ इबरार ख़ान, ऋषि तिवारी, अशोक आशीष, स्वेता गुप्ता ‘श्वेतांबरी’, रुपम महतो, स्वाति भारद्वाज, प्रिया पाण्डेय रोशनी, चंदन भगत, सोनी हक, सपना कुमारी, बृजेन्द्र कुमार राय ने अपनी कविताओं का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन सुषमा कुमारी एवं श्रद्धा गुप्ता केशरी ने किया। कार्यक्रम के संयोजन में वंदना तिलावत, सत्य प्रकाश गुप्ता, प्रकाश त्रिपाठी,शालिनी गुप्ता, प्राची गुप्ता आदि ने विशेष सहयोग दिया। धन्यवाद ज्ञापन विनोद यादव ने दिया।