श्री श्री रविशंकर ने की कर्मयोग समागम की घोषणा
कोलकाता : आर्ट ऑफ लीविंग फाउंडेशन के व्यक्ति विकास केन्द्र, भारत ने कर्म समागम- व्यक्ति विकास से राष्ट्र विकास आयोजित किया। इस कार्यक्रम में 12 हजार से अधिक ग्रामीण प्रतिनिधियों, अतिथियों, व गैर सरकारी संगठनों ने भाग लिया। यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है जिसमें बंगाल के विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधि एक साथ आए और बदलाव और सकारात्मक परिवर्तन की आभा देखी। इस पहल की परिकल्पना सामाजिक – आर्थिक, पर्यावरण और स्थायी रूपान्तरण को ध्यान में रखकर की गयी है जो सामुदायिक समिल्लन के माध्यम से होगी। इसके लिए स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए सामुदायिक नेताओं को साथ लाकर आध्यात्मिक स्तर पर लोगों को सशक्त बनाया जाएगा। स्व विकास, सामुदायिक विकास के माध्यम से एक बेहतर भारत बनाने की दिशा में यह पहल आर्ट ऑफ लीविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर के नेतृत्व में की गयी है। वे कहते हैं, व्यक्ति विकास से ग्राम विकास, ग्राम विकास से राष्ट्र विकास। मानवीय मूल्यों को समृद्ध करने और सामुदायिक एकता स्थापित करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।