पूरी दुनिया कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप से परेशान है। इस समय इस बीमारी से बचाव के लिए बार-बार साबुन से हाथ धोना या अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से हाथ साफ करने का सुझाव बार-बार विशेषज्ञों द्वारा दिया जा रहा है। बाजार में दुनियाभर के सैनिटाइजर मौजूद हैं और लोगों को समझ नहीं आ रहा कि किस सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। कई लोग बीमारी की आड़ में नकली सैनिटाइजर बनाने का काम भी धड़ल्ले से कर रहे हैं। आइए आपको कुछ तरीके बताते हैं जिससे आप जान सकेंगे की सैनिटाइजर असली है या नकली।
टॉयलेट पेपर पर परीक्षण करें
– सैनिटाइजर की परख करने के लिए शौचालय में इस्तेमाल होने वाले टॉयलेट पेपर या टिश्यू पेपर का उपयोग करें। इस पेपर के ऊपर कलम की मदद से एक छोटा गोला पेपर के बीचोंबीच बना दें। अब इस गोले के ऊपर हैंड सैनिटाइजर की कुछ बूंदे डालें। अगर इस गोले की स्याही फैल जाती है तो समझ लीजिए आपके सैनिटाइजर में मिलावट है और यह आपके हाथों को पूरी से साफ करने में सक्षम नहीं है। अगर आपका सैनिटाइजर असली होगा तो इस गोले की स्याही बिल्कुल नहीं फैलेगी। कुछ देर के लिए पेपर गीला होगा और फिर तुरंत सूख जाएगा।
हेयर ड्रायर परीक्षण
हैंड सैनिटाइजर को एक कटोरी में निकाल लें। अब इसे हेयर ड्रायर से सुखाएं। अगर आपका हैंड सैनिटाइजर असली है तो वह 3 से 5 सेकंड में सूख जाएगा। यदि यह सैनिटाइजर नकली हुआ तो इतने कम समय में नहीं सूखेगा और कटोरी में बचा रहेगा।
आटे से परीक्षण करें
हैंड सैनिटाइजर की गुणवत्ता की जांच आप आटे के जरिए भी कर सकते हैं। इसके लिए एक कटोरी में एक चम्मच आटा लीजिए। इस आटे में थोड़ा-सा हैंड सैनिटाइजर डालिए। अब इन दोनों को अच्छी तरह मिलाकर गूथने की कोशिश कीजिए। अगर आपका हैंडसेनिटाइजर असली है तो यह आटा एक साथ आकर गोला नहीं बनेगा बल्कि बिखरा-बिखरा रहेगा। लेकिन अगर आपका सैनिटाइजर नकली है तो यह आटे को ठीक उसी तरह गूंथ देगा जैसे कि आटा पानी में गुथता है।
ये हैंड सैनिटाइजर ही खरीदें
उन्हीं हैंड सैनिटाइजर का चयन करें जिनमें 60 फीसदी अल्कोहल हो। इसे कम अल्कोहल वाले सैनिटाइजर हाथों को साफ करने में प्रभावी साबित नहीं होते। वहीं, 60 फीसदी से ज्यादा अल्कोहल वाले सैनिटाइजर से हाथों की त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। इससे त्वचा में जलन और लाल चकत्ते हो सकते हैं।
(साभार – लाइव हिन्दुस्तान)