Saturday, August 9, 2025
खबर एवं विज्ञापन हेतु सम्पर्क करें - [email protected]

कई दुर्गा पूजा समितियों ने ममता सरकार की आर्थिक सहायता ठुकराई

-आरजी कर पीड़िता को न्याय देने की मांग
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन पीड़िता और उसके परिवार को अब तक न्याय नहीं मिला है। इस मामले में न्याय की मांग को लेकर राज्य के कई सामुदायिक दुर्गा पूजा समितियों ने इस बार भी राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली वार्षिक आर्थिक सहायता लेने से साफ इनकार कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि इस वर्ष प्रत्येक सामुदायिक दुर्गा पूजा समिति को दी जाने वाली वार्षिक सहायता राशि बढ़ाकर 1.10 लाख रुपये कर दी जाएगी, जो पिछले वर्ष 85 हजार रुपये थी। लेकिन इस घोषणा के कुछ ही दिनों बाद नदिया जिले के रानाघाट स्थित ‘चारेर पल्लि सर्वजनिन दुर्गा पूजा समिति’ और दक्षिण 24 परगना के जयनगर की ‘7 एंड 14 पल्लि सर्वजनिन दुर्गा पूजा समिति’ ने स्पष्ट कर दिया कि वे यह राशि स्वीकार नहीं करेंगे। दोनों समितियों के आयोजकों का कहना है कि जब तक आर.जी. कर पीड़िता और उसके माता-पिता को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वे किसी भी तरह की सरकारी सहायता नहीं लेंगे। इन समितियों ने पिछले वर्ष भी 85 हजार रुपये की सरकारी सहायता को अस्वीकार कर दिया था, जब पूरे राज्य में इस जघन्य अपराध को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। ‘7 एंड 14 पल्लि सार्वजनिन दुर्गा पूजा समिति’ के आयोजक तुषार रॉय ने कहा कि 1.10 लाख रुपये की राशि उनके लिए मायने रखती है, क्योंकि इससे पूजा के आयोजन में काफी मदद मिल सकती है, लेकिन समाज का हिस्सा होने के नाते उनका फर्ज है कि वे न्याय की मांग से पीछे न हटें। उन्होंने बताया कि समिति के सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि पूजा के खर्चों में कटौती कर वे बिना सरकारी सहायता के ही कार्यक्रम करेंगे। वहीं, रानाघाट (उत्तर-पूर्व) विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक और ‘चारेर पल्लि सर्वजनिन दुर्गा पूजा समिति’ के प्रमुख आयोजक पार्थ सारथी चटर्जी ने कहा कि यह सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रही है, राज्य के कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देने में विफल है और युवाओं को रोजगार देने की स्थिति में भी नहीं है। ऐसे में, इस सरकार से दान स्वीकार करना न केवल अनुचित है बल्कि दुर्गा पूजा जैसी हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी अपमान है।
………………………

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।

शुभजिताhttps://www.shubhjita.com/
शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।
Latest news
Related news