नयी दिल्ली : अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) से ठीक पहले महिला कार्यकर्ता समूहों ने मिलकर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी को एक खुला पत्र लिखकर एक बार फिर डिक्शनरी से ‘वूमन’ शब्द के ‘सेक्सिस्ट’ होने की परिभाषा बदलने की मांग की है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में इनके पर्यायवाची शब्दों को रूप में ‘बिच’ और ‘मेड’ जैसे शब्दों के इस्तेमाल की निंदा की गई है। इस पर यूनिवर्सिटी ने बदलाव की बात मान ली है।
ब्रिटेन के अखबार ‘द गार्जियन’ के मुताबिक, महिलावादी पार्टी नेताओं ने 12 अन्य दलों के साथ मिलकर ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में ‘विमन’ और ‘सेक्सिस्ट’ शब्द के अर्थ की पत्र लिखकर आलोचना की है जबकि पुरुष यानी मैन शब्द की परिभाषा बहादुरी, साहस और कठोरता जैसे उदाहरणों से की गई है। पत्र में कहा गया है कि इस तरह की परिभाषा से महिलाएं हतोत्साहित होंगी और इससे महिलाओं की नकारात्मक तस्वीर पेश होती है। पत्र में लिखा गया कि परिभाषा बदलने से लैंगिक समानता पर बड़ा असर देखा जा सकता है। इसके बाद ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि इन दोनों ही शब्दों की परिभाषा अब बदली जा रही हैं। प्रवक्ता ने बताया कि आगामी दिनों में सभी प्लेटफॉर्मों पर ये बदलाव देखे जा सकेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि इसमें थोड़ा वक्त लगेगा क्योंकि ये रातोंरात नहीं बदले जा सकते हैं।
ऑनलाइन याचिका में 32 हजार हस्ताक्षर
इस संबंध में 32 हजार से भी ज्यादा लोगों ने जियोवानार्डी की ऑनलाइन याचिका पर दस्तखत भी किए हैं। इस याचिका में कहा गया है कि ऑक्सफोर्ड की इंगलिश डिक्शनरी ने वूमन को परिभाषित करने के लिए जो उदाहरण दिए हैं वे बहुत ही निराशाजनक हैं।