ए से एप्‍पल और बी से बॉल नहीं, ‘अर्जुन’ और ‘बलराम’ पढे़ंगे बच्चे

लखनऊ । अंग्रेजी सीखने वाले बच्‍चे अब ‘ए से अर्जुन’ और ‘बी से पढे़ंगे। सोशल मीडिया पर इस नई वर्णमाला की तस्‍वीरें खूब वायरल हो रही हैं। इस पर लखनऊ के अमीनाबाद इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि उनके यहां बच्‍चे अब इसी तरह से अंग्रेजी सीखेंगे। प्रिंसिपल साहब लाल मिश्र के मुताबिक, बच्‍चों को भारतीय इतिहास की बेहद कम जानकारी है। ऐसे में इस तरह का कदम उनके ज्ञान में बढ़ोत्तरी करेगा।
यह अनोखी वर्णमाला किसने तैयार की है इस बारे में कहा जा रहा है कि सीतापुर जिले के किसी वकील ने यह बनाई है, लेकिन वह सामने नहीं आ रहे हैं। चर्चा तो यह भी है कि मेरठ में एक पब्लिकेशन इसे छापने भी जा रहा है। दिन भर टीचर्स के सोशल मीडिया समूहों में इस पर चर्चा होती रही।
लेकिन सामने केवल अमीनाबाद इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल आए। अमीनाबाद का यह स्‍कूल 125 साल पुराना है। साहब लाल मिश्रा का कहना है कि, छात्रों को भारतीय संस्‍कृति से परिचित होने का मौका मिलेगा। इस तरह की अंग्रेजी एलफाबेट की पीडीएफ फाइल सोशल मीडिया पर उपलब्‍ध हैं। इसमें शब्‍दों से जुड़ी तस्‍वीरें हैं, जैसे कि ‘ए फॉर अर्जुन’ है तो वहां एक वाक्‍य में अर्जुन का परिचय भी दिया गया है कि वह एक महान योद्धा थे। ‘बी फॉर बलराम’ है और यहां बलराम को भगवान श्रीकृष्‍ण का बड़ा भाई बताया गया है।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।