पर्थ । पर्थ में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की महिला टीमों के बीच खेले जा रहे एकमात्र टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की ऑलराउंडर एनाबेल सदरलैंड ने एक इतिहास रच दिया। शानदार दोहरा शतक ठोककर एनाबेल सदरलैंड ने टेस्ट क्रिकेट में नई ऊंचाइयां छू ली हैं। मैच के दूसरे दिन चाय के समय 200 रन बनाने के बाद एनाबेल सदरलैंड ने महिलाओं के टेस्ट के इतिहास में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड कायम कर दिया है। लंच ब्रेक के बाद सदरलैंड ने 113 रन से आगे खेलना शुरू किया और थके हुए दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजी आक्रमण पर प्रहार करना जारी रखा और ड्रिंक्स के तुरंत बाद वह 150 के पार पहुंच गईं। 22 वर्षीय विक्टोरियन को कोई रोक नहीं सका और वह आगे बढ़ती रहीं और 200 का आंकड़ा छूने में सफल हो गईं। उन्होंने 248 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा कर लिया, जो वुमेंस टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज डबल सेंचुरी है। सदरलैंड से पहले ऑस्ट्रेलिया की ही कैरेन रोल्टन के नाम वुमेंस टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज था। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 2001 में 306 गेंदों में डबल सेंचुरी पूरी की थी। इस प्रक्रिया में एनाबेल सदरलैंड दोहरा शतक बनाने वाली सबसे कम उम्र की ऑस्ट्रेलियाई महिला भी बन गईं। सदरलैंड ने इस मैच में 210 रन बनाए और वे ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट में दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज बन गईं।
ऑलराउंडर एनाबेल सदरलैंड टेस्ट में दोहरा शतक बनाने वाली दुनिया की नौवीं महिला बनीं, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए इस मुकाम पर पहुंचने वाली वे दूसरी महिला क्रिकेटर बन गईं। भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज 200 रन बनाने वाली एकमात्र युवा खिलाड़ी थीं, जिन्होंने 19 साल की उम्र में 214 रन बनाए थे। सदरलैंड इससे पहले नंबर 6 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए दो शतक बनाने वाली पहली महिला बनी थीं।