एथलेटिक्स में और पदक जीतने पर लगी हैं 102 वर्ष की मन कौर की निगाहें

नयी दिल्ली : भारत की 102 साल की महिला एथलीट मन कौर ने इस महीने के शुरू में स्पेन में हुई विश्व मास्टर्स में ट्रैक एवं फील्ड में स्वर्ण पदक जीता था और कभी हार न मानने वाले जज्बे से भरी यह खिलाड़ी अब अगली प्रतियोगिता के लिये ट्रेनिंग में जुटी हैं। वह दौड़ने के अलावा भाला भी फेंकती हैं। उन्होंने कहा कि वह अब भी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पदक हासिल करने के लिये बेताब हैं। उन्होंने पटियाला से पीटीआई फोन पर कहा, ‘‘मैं और पदक जीतना चाहती हूं। जीतने के बाद मुझे काफी खुशी होती है। सरकार ने मुझे कुछ नहीं दिया लेकिन यह मायने नहीं रखता क्योंकि मैं सिर्फ दौड़ना चाहती हूं क्योंकि दौड़ने से मुझे खुशी मिलती है। ’ मन कौर ने इस महीने के शुरू में स्पेन के मलागा में हुई विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की 200 मीटर रेस में 100 से 104 साल के उम्र ग्रुप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। उन्होंने वहां भाला फेंक स्पर्द्धा में भी स्वर्ण पदक जीता था।
वह इस उम्र की स्पर्द्धा में एकमात्र खिलाड़ी थीं लेकिन उनके प्रशंसकों ने उनकी जीत का जश्न मनाया जिसने 102 सल की उम्र में 200 मीटर की रेस की और भाला फेंका। अब वह अगले साल मार्च में पोलैंड में होने वाली विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स इंडोर चैम्पियनशिप के लिये ट्रेनिंग करने में जुटी हैं जिसमें उनका लक्ष्य 60 मीटर और 200 मीटर रेस में भाग लेना है। उन्होंने 93 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया था और पिछले साल न्यूजीलैंड के आकलैंड में विश्व मास्टर्स खेलों में 100 मीटर स्प्रिंट में पदक जीतने के बाद वह सुर्खियों में आयीं।

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