कोलकाता : एक तरफ तो कोरोना के बढ़ रहे मामलों ने प्रशासन और लोगों को चिंता में डाल दिया है। इसी बीच अगर कोरोना से ठीक हुआ मरीज फिर से कोरोना की चपेट में आ जाये, तो चिंता का बढ़ना स्वाभाविक है। ऐसी स्थिति से लड़ने के लिए कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल एक नयी चिकित्सा पद्धति शुरू करने पर विचार कर रहा है। दरअसल, सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो कुछ दिनों पहले ही कोलकाता मेडिकल के असिस्टेंट सुपर मीर हुसैन बॉबी के शरीर में कोरोना की पुष्टि हुई थी। हालांकि कोरोना से जंग जीतकर वे अपने काम पर वापस लौट गये थे।
सूत्रों के मुताबिक फिर से उनके पेट में समस्या होने लगी थी। जिसके बाद फिर उनकी कोरोना की जाँच की गयी। जिसकी रिपोर्ट कथित तौर पर पॉजिटिव बतायी गयी है। स्थिति को देखते हुए कोलकाता मेडिकल कॉलेज सीटी वैल्यू पद्धति से चिकित्सा करने पर विचार कर रहा है।
सूत्रों की मानें तो इस मामले को लेकर स्वास्थ्य भवन की विशेषज्ञ कमेटी भी विचार-विमर्श कर रही है। इस पद्धति के तहत जब कोई कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती होगा तो उसके शरीर में वाइरस का परिमाण कितना है, पहले इसकी जाँच की जायेगी। उसके अनुसार ही उसकी चिकित्सा होगी। सूत्रों का कहना है कि कोलकाता मेडिकल जल्द से जल्द इस पद्धति को शुरू करने पर विचार कर रहा है।