मुश्किलों का डटकर जो सामना करे, जिंदगी खुद उसके लिए रास्ते खोल देती है। जीतता वही है जो अपने सपनों के साथ समझौता नहीं करता। तमाम आर्थिक परेशानी और मुश्किल हालात का सामना करते हुए कुछ युवा ऐसे होते हैं जो अपने सपने पूरे करते हॆं। इन सभी युवाओं को सिनी का सहयोग मिला है और इन युवाओं ने सिनी के लर्निंग सेंटर से कोचिंग ली। ऐसे ही कुछ होनहार युवाओं की कहानी अपराजिता आपके सामने रख रही है जिन्होंने हार नहीं मानी और उच्च माध्यमिक परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया।
मनीष महतो – मनीष के पिता बड़ाबाजार में कपड़े की दुकान पर काम करते हैं और उसका परिवार लोहापट्टी की झुग्गियों में रहता है। मनीष अपने 2 भाइयों में बड़ा है।त तमाम मुश्किलों के बावजूद श्री डीडू माहेश्वरी पंचायत विद्यालय के इस परिश्रमी छात्र ने उच्च माध्यमिक की परीक्षा में 81 प्रतिशत अंक हासिल किए। उसे 405 अंक मिले हैं। उसे सिनी के रामबागान स्थित लर्निंग सेंचर में कोचिंग मिली है।
राज गुप्ता – राज गुप्ता के पिता पुराने कपड़े बेचते हैं और उसकी माँ घरों में काम करके बेटे को पढ़ा रही हैं। उसे 382 यानि 76.4 प्रतिशत अंक उच्च माध्यमिक की परीक्षा में मिले हैं। वह भी श्री डीडू माहेश्वरी पंचायत विद्यालय का छात्र है।
रोनित मिश्रा – रोनित एक रेड लाइट इलाके में रहता है। उसके 2 भाई हैं। रोनित के पिता हॉकर हैं। उसने ज्ञान भारती विद्यापीठ से साइंस की पढ़ाई की है। उसे 327 अंक यानि 65.4 प्रतिशत अंक मिले हैं।
रिंकू कुमारी – रिंकू की माँ मजदूरी करती हैं और पिता बेरोजगार हैं। घर की आय 2 हजार रुपए है और उसी से परिवार चलता है। रिंकू की एक छोटी बहन और छोटा भाई भी है। माध्यमिक पास करने वाली रिंकू अपने घर की पहली सदस्य है। माध्यमिक में उसका रिजल्ट अच्छा नहीं रहा मगर रिंकू ने हार नहीं मानी। उसने भूतनाथ महामाया इंस्टिट्यूशन से पढ़ाई की और उच्च माध्यमिक परीक्षा में उसे 62 प्रतिशत अंक मिले हैं।
ताशीन परवीन – ताशीन के पिता रिक्शा चलाते हैं और माँ मजदूरी करती हैं। उसके एक भाई और एक बहन भी है। ताशीन माध्यमिक परीक्षा में बैठने वाली घर की पहली सदस्य ही नहीं है बल्कि उसे 65 प्रतिशत अंक भी बटोरे। वह सिनी की वॉलेंटियर रह चुकी है और संस्था ने उसके स्कूल और ट्यूशन फी का प्रबंध किया। ताशीन डॉक्टर बनना चाहती है। अभी वह नीट परीक्षा की तैयारी कर रही है। भूतनाथ महामाया इंस्टिट्यूशन की इस छात्रा को उच्च माध्यमिक परीक्षा में 328 यानि 65.6 प्रतिशत अंक मिले हैं।
भारती माली – भारती पहले रेड लाइट इलाके से सटे इलाके में रहती थी। पिता की मौत 2 साल पहले हो चुकी है और भाई पार्किंग लॉट में काम करता है। बहन कपड़े की दुकान में काम करती है। भारती घर में सबसे छोटी है। श्री बाल कृष्ण विट्ठलनाथ विद्यालय की छात्रा भारती को उच्च माध्यमिक परीक्षा में 252 (50.4 प्रतिशत) अंक मिले हैं।
पूजा गुप्ता – पूजा सिनी के साथ चौथी कक्षा से है। पिता हॉकर हैं। माँ घरों में काम करती है। पूजा के घर में बिजली तक नहीं है। पूजा ने सावित्री पाठशाला से कॉमर्स की पढ़ाई की है और उच्च माध्यमिक परीक्षा में उसे 281 यानि 56 प्रतिशत अंक मिले हैं।