नयी दिल्ली । दुनिया की नंबर एक जूनियर खिलाड़ी अनुपमा उपाध्याय और ओडिशा ओपन सुपर 100 चैंपियन उन्नति हुड्डा 17 से 30 अक्टूबर तक स्पेन के सेंटेंडर में होने वाली बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत की चुनौती की अगुआई करेंगी।
कोविड-19 महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। प्रतियोगिता के लिए भारतीय टीम को विस्तृत चयन प्रक्रिया के बाद चुना गया है जिसमें दो अखिल भारतीय रैंकिंग टूर्नामेंट और रायपुर में चयन ट्रायल शामिल हैं।
उन्नति ने लड़कियों के एकल ट्रायल में शीर्ष स्थान हासिल किया था जिसमें एस रक्षिता श्री और अनुपमा क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। गोवा और पंचकूला में दोनों अखिल भारतीय रैंकिंग खिताब जीतने वाले भरत राघव, पूर्व जूनियर विश्व नंबर एक शंकर मुथुसामी के अलावा आयुष शेट्टी लड़कों के एकल वर्ग में चुनौती पेश करेंगे।
भारत ने अब तक प्रतियोगिता में एक स्वर्ण, तीन रजत और पांच कांस्य पदक जीते हैं। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता लक्ष्य सेन 2018 में कांस्य पदक के साथ इस प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले आखिरी भारतीय थे। भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के सचिव संजय मिश्रा ने कहा, ‘‘जूनियर विश्व चैंपियनशिप लंबे अंतराल के बाद हो रही है और नए खिलाड़ियों के उभरने के साथ व्यापक चयन ट्रायल के बाद टीम का चयन किया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि हम मिश्रित टीम चैंपियनशिप और व्यक्तिगत स्पर्धाओं में पदक के लिए मजबूत चुनौती पेश करेंगे।’’ प्रतियोगिता की शुरुआत मिश्रित टीम स्पर्धा से होगी। भारत पुरुष और महिला युगल तथा मिश्रित युगल स्पर्धाओं में भी दो-दो जोड़ियां उतारेगा।
निकोलस नाथन राज और तुषार सुवीर के साथ अर्श मोहम्मद और अभिनव ठाकुर की नई जोड़ी पुरुष युगल में उतरेंगी। महिला युगल में गोवा में अखिल भारतीय रैंकिंग प्रतियोगिता विजेता इशरानी बरुआ और देविका सिहाग के साथ तमिलनाडु की श्रेया बालाजी और श्रीनिधि एन शामिल होंगी।
टीम इस प्रकार है:
लड़कों का एकल वर्ग: भरत राघव, शंकर मुथुसामी एस, आयुष शेट्टी।
लड़कियों का एकल वर्ग: उन्नति हुड्डा, एस रक्षिता श्री, अनुपमा उपाध्याय।
लड़कों का युगल वर्ग: अर्श मोहम्मद/अभिनव ठाकुर, निकोलस नाथन राज/तुषार सुवीर।
लड़कियों का युगल वर्ग: इशरानी बरुआ/देविका सिहाग, श्रेया बालाजी/श्रीनिधि एन।
मिश्रित युगल: समरवीर/राधिका शर्मा, विघ्नेश थथिनेनी/श्री साई श्रव्य लक्कमराजू।