कोरोना संकट व लॉकडाउन के कारण इस वर्ष 3 दिन की कुल 14 विषयों की परीक्षा नहीं हो पाई थी। इसके कारण इस बार जिन विषयों की परीक्षा हुई थी उनमें जिस विषय में सर्वोच्च नंबर मिला था वही नंबर रद्द हुई परीक्षा के बदले दिया गया। इस साल रिकॉर्ड 90.13 फीसद विद्यार्थी पास हुए हैं जो पिछले साल उत्तीर्ण 86.29 फीसद की तुलना में करीब 4 फीसद अधिक है। पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन की अध्यक्ष महुआ दास ने परीक्षा परिणाम जारी करते हुए कहा कि 12वीं बोर्ड के इतिहास में इस बार सबसे बेहतर रिजल्ट है।
सर्वर ठप, परेशान रहे परीक्षार्थी
रिजल्ट जारी होने के तुरंत बाद ही सर्वर डाउन हो गया और विद्यार्थी अपना परीक्षा परिणाम जानने के लिए विभिन्न वेबसाइटों के चक्कर काटते रहे। वेबसाइट पर “उच्च माध्यमिक का रिजल्ट” लिंक पर क्लिक करने पर ‘आवश्यक कार्यों के कारण वेबसाइट पर रिजल्ट जारी नहीं किया जा रहा है’, यह जानकारी दी जा रही थी। परीक्षा परिणाम जानने को लेकर हर विद्यार्थी के मन में एक अलग ही कौतूहल होता है। ऐसे में रिजल्ट की जानकारी देने वाले सर्वर के डाउन होने से विद्यार्थी काफी परेशान हुए। हालांकि देर शाम वेबसाइट का सर्वर सही से काम करने लगा था और विद्यार्थी अपना रिजल्ट भी देख पा रहे थे।