मुम्बई : कमजोर वित्तपोषण माहौल और सोने की अधिक कीमत होने के कारण चालू कैलेंडर वर्ष में स्वर्ण आभूषण की मांग में दो से चार फीसदी की गिरावट आ सकती है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
साख निर्धारिक एजेंसी इक्रा ( आईसीआरए ) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि समीक्षाधीन वर्ष में हालांकि मूल्य के संदर्भ में , सोने के आभूषणों की मांग पांच से सात प्रतिशत बढ़ने की संभावना है।
इक्रा के उपाध्यक्ष के श्रीकुमार ने कहा , ” वर्ष 2018 में मांग के दो से चार प्रतिशत कम होने की संभावना है। पिछले तीन महीनों में सोने की कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है और इसके साथ पर्व त्योहार जैसे शुभ दिनों की संख्या कम होने से आभूषणों की मांग प्रभावित हुई है। इसके अलावा , इस क्षेत्र के लिए कुछ कर्जदारों द्वा रा धोखाधड़ी की खबरों के बाद हाल के महीनों में रत्नों एवं आभूषणों क्षेत्र के लिए कर्ज प्रक्रिया को सख्त किया गया है।’’ उन्होंने कहा , परिसंपत्तियों और देनदारियों के निरीक्षण की बढ़ी हुई प्रक्रिया तथा रिण गुणवत्ता और भंडारण गुणवत्ता पर अंकुशों के कारण बैंकों द्वारा इस क्षेत्र में अधिक सतर्कता बरती जा रही है।
श्रीकुमार ने कहा , ” हमारा अनुमान है कि कर्ज उपलब्धता को सख्त किये जाने से आभूषण खुदरा विक्रेताओं , विशेष रूप से असंगठित लोगों की कार्यशील पूंजी की स्थिति प्रभावित होगी।” हालांकि , मध्यम से दीर्घ अवधि (3-5 साल ) में , इक्रा को उम्मीद है कि स्वर्ण आभूषण खुदरा उद्योग में मात्रा के स्तर पर छह से सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जाएगी। इस वृद्धि में स्थिर ग्रामीण एवं शादी विवाह की मांग , सोने के प्रति पारंपरिक लगाव , बढ़ती खर्चयोग्य आय इत्यादि का भी योगदान होगा।