इस वर्ष दुर्गा पूजा पंडाल में बजेगा प्रणब मुखर्जी की आवाज वाला रिकार्डेड चंडीपाठ!

कोलकाता : भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हर वर्ष दुर्गापूजा के दौरान अपने पैतृक गांव आते थे और चार दिनों तक वे दुर्गा मां की अराधना में जुटे रहते थे। इस दौरान वह खुद चंडीपाठ किया करते थे। उनके चंडीपाठ को रिकार्ड भी किया गया था। अब वे इस दुनिया में नहीं हैं तो अब उनके द्वारा किए गए चंडीपाठ की रिकार्डिंग इस वर्ष कोलकाता के पूजा पंडाल में बजेगा। प्रणब मुखर्जी ने दुर्गा सप्तशती 13 अध्याय और 700 श्लोकों को कंठस्थ कर लिया था और पिछले 50 वर्षों से हर साल वीरभूम जिले के मिराती में अपने पैतृक घर में दुर्गा पूजा करने के साथ पाठ करते थे। कोलकाता से सटे विधाननगर के अरबिंदो सेतु सर्बजनिन दुर्गापूजा समिति के आयोजकों में से एक तथा प्रणब मुखर्जी के परिवार के करीबी रवि चट्टोराज ने कहा कि उन्होंने पंडाल में पूजा के चार दिन भारत रत्न द्वारा किए गए चंडीपथ की रिकार्डिंग बजाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि उनकी मृत्यु के बाद ही हम लोगों ने यह फैसला किया है। हम श्री मुखर्जी के चंडीपाठ की वॉयस क्लिप जिसमें देवी दुर्गा के श्लोक हैं उसे उनके परिवार के लोगों से देने का अनुरोध करेंगे। श्री चट्टोराज ने कहा कि हमें यकीन है कि उनका चंडीपाठ दिव्य और प्रभारी होगा। पूजा समिति के एक प्रवक्ता ने कहा कि बंगाल के गौरवशाली राजनेता का चंडीपाठ लोग सुन सकेंगे। पूजा समिति पहले भी सत्यजित राय को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उनके पाथेर पांचाली फिल्म के एक दृश्य को पंडाल में दिखाने की योजना बनाई है।

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