नयी दिल्ली : रेलवे ने अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को क्रेडिट कार्ड के जैसा हेल्थ कार्ड जारी करने का फैसला किया है। इन कार्डों पर विशिष्ट नंबर अंकित होगा जो पूरे देश में मान्य होगा। फिलहाल रेल कर्मचारियों को जोनल रेलवे से जो मेडिकल कार्ड जारी किया जाता है वह बुकलेट के आकार में होता है और राशन कार्ड की तरह दिखता है।
रेलवे बोर्ड ने जारी किया आदेश
रेलवे बोर्ड द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि भारतीय रेल के कर्मचारियों और उनके आश्रितों को आखिल भारतीय मेडिकल आइडेंटिटी कार्ड जारी किए जाएंगे। इस आदेश के अनुसार मेडिकल आइडेंटिटी कार्ड में एकरूपता लाने के लिए उसे बैंकों द्वारा मुहैया कराए जाने वाले क्रेडिट/डेबिट कार्ड के आकार में जारी किया जाएगा और वह प्लास्टिक का होगा। प्रत्येक कार्ड के सबसे ऊपर एक रंगीन पट्टी होगी, जिसकी मदद से लाभार्थी की श्रेणी (कार्यरत, सेवानिवृत्त या आश्रित) का पता लगाया जा सकेगा।
पांच साल की होगी वैधता
बोर्ड के आदेश में कहा गया है कि 15 वर्ष तक के लाभार्थियों को जारी किए जाने वाले मेडिकल कार्ड की वैधता पांच साल की होगी। यह अवधि खत्म होने के बाद उसका नवीनीकरण करना होगा। पंद्रह वर्ष से अधिक उम्र वाले लाभार्थियों को जारी कार्ड उसके 40 वर्ष तक का होने तक वैध रहेगा। इसके बाद उसे रिन्यू कराना होगा। इस मामले में सेवानिवृत्ति के बाद कार्ड को फिर रिन्यू करना होगा। बता दें कि इस समय रेलवे में 13 लाख कर्मचारी हैं, जबकि पेंशनभोगियों की संख्या भी लगभग इतनी ही है।