कोलकाता । अंतरराष्ट्रीय क्षत्रिय वीरांगना फ़ाउंडेशन, पश्चिम बंगाल की वीरांगनाओं ने अजित सेन भवन में सावन उत्सव-2024 के तहत रंगारंग कार्यक्रम किये, जिसमें जहां कजरी व अन्य लोकगीतों की प्रस्तुति की गयी वहीं दहेज की समस्या, लिव इन रिलेशनशिप के चलन जैसे आज के ज्वलंत मुद्दों पर भी परिचर्चा आयोजित की गयी। कार्यक्रम के समापन सत्र में संगठन के भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गयी। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष और विख्यात गायिका-अभिनेत्री प्रतिभा सिंह ने इस अवसर पर आह्वान किया कि महिलाएं आज समाज, देश और दुनिया में जो कुछ घट रहा है, उसमें दिलचस्पी लें, उसे जानें और उस पर अपनी राय कायम करें। जो कुछ चल रहा है उसमें से अच्छे और बुरे की पड़ताल करें, अपनी राय बनायें और जो कुछ खारिज करने लायक है उसकी खुलकर आलोचना करें, जो सराहनीय है उसे बढ़ावा दें। सरकार महिलाओं को उनका अधिकार दे रही है किन्तु महिलाएं यदि अपने अधिकारों को नहीं समझेंगी तो उसका लाभ नहीं उठा पायेंगी।
संगठन महासचिव प्रतिमा सिंह, उपाध्यक्ष रीता सिंह, कोषाध्यक्ष पूजा सिंह, सचिव किरण सिंह, पूनम सिंह, संयुक्त सचिव ममता सिंह, उपसचिव सुमन सिंह, सदस्य गुड़िया सिंह, बबिता सिंह, कोलकाता की अध्यक्ष मीनू सिंह, महासचिव इंदु संजय सिंह, उपाध्यक्ष ललिता सिंह, कोषाध्यक्ष संचिता सिंह, सदस्य मीरा सिंह, गीता सिंह, सुमन सिंह, विद्या सिंह, सरोज सिंह, प्रेमशीला सिंह, रीना सिंह, पूनम सिंह, बालीगंज की अध्यक्ष रीता सिंह, सोदपुर इकाई की अध्यक्ष सुनिता सिंह, महासचिव आशा सिंह, सदस्य जयश्री सिंह, मंजू सिंह, पूजा सिंह तथा वीरांगना नारी शक्ति की पदाधिकारी शकुंतला साव विशेष तौर पर उपस्थित थीं। राकेश पाण्डेय, कुमार सुरजीत और बाल कलाकारों प्रीति सिंह, प्रत्यूष सिंह व श्रेयांश सिंह ने अपने गायन से उपस्थित समुदाय को मंत्रमुग्ध किया।