पटना : सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने मुंबई वाले घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुशांत के धन के 12 दिन बाद अब परिवार ने आधिकारिक बयान जारी किया। सुशांत का परिवार उन्हें गुलशन कहता था। इस बयान में लिखा है, ‘सुशांत बहुत समझदार थे। वह हर बात जानना चाहते थे। उन्होंने बिना रुकावट के सपने देखे और उन्हें पूरा भी किया। वह हमारे परिवार का गर्व थे। उनका टेलिस्कोप उनके लिए सबसे जरूरी था। सुशांत अपने हर फैन को महत्व देते थे। हमारे गुलशन को इतना प्यार करने के लिए आप सभी को बहुत शुक्रिया’। ‘हमें यह यकीन ही नहीं हो रहा कि फिर से उसकी हंसी सुनने को नहीं मिलेगी, हम उसकी चमकती हुई आंखें फिर नहीं देख पाएंगे, हम विज्ञान से जुड़ी उसकी बातें फिर नहीं सुनेंगे। उसके जाने से परिवार में एक कमी आ गई है जो कभी पूरी नहीं होगी’। सुशांत के परिवार ने इस बयान में बताया कि उनका पटना स्थित घर मेमोरियल में तब्दील किया जाएगा। यहां सुशांत से जुड़ी चीजों को रखा जाएगा जिसमें उनकी हजारों किताबें, उनका टेलिस्कोप, फ्लाइट सिम्यूलेटर जैसी तमाम चीजें उनके फैन्स के लिए होंगी। सुशांत के परिवार ने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत फाउंडेशन (SSRF) की स्थापना का फैसला लिया है जो सिनेमा, साइंस और स्पोर्ट्स से जुड़ी युवा प्रतिभाओं को सहयोग देगा।