कोलकाता । लिटिल थेस्पियन ने गत 31 अगस्त 2025 को सुजाता देवी विद्या मंदिर, हाजरा में अपना 37व रंग अड्डा आयोजित किया। इस रंग अड्डा का केंद्र बिंदु रंगमंच के दिग्गज नेमिचंद्र जैन, ज्ञानदेव अग्निहोत्री, शंभु मित्रा और उमा झुनझुनवाला थे। रंग अड्डा की शुरुआत लिटिल थेस्पियन की अध्यक्षा उमा झुनझुनवाला के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने उभरते रंगमंच कलाकारों के बौद्धिक विकास के लिए इन आयोजनों के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रो. रेशमी पांडा मुखर्जी (गोखले मेमोरियल गर्ल्स कॉलेज, कोलकाता) ने “भारतीय रंगमंच में नेमिचंद्र जैन का अवदान” विषय पर एक मार्मिक प्रस्तुति दी। उनकी छात्रा सुप्रिया चौधरी ने नेमिचंद्र जैन के जीवन और कार्यों का संक्षिप्त परिचय दिया। अगली चर्चा का विषय “ज्ञानदेव अग्निहोत्री और नाटक शुतुरमुर्ग” था। खिदिरपुर कॉलेज की श्वेता कुमारी राजभर ने नाटककार ज्ञानदेव अग्निहोत्री का संक्षिप्त परिचय दिया। उमा झुनझुनवाला ने 2004 में नाटक शुतुरमुर्ग के निर्माण की प्रक्रिया और कुछ चित्रात्मक किस्से साझा किए | डॉ. रमा शंकर सिंह, कुमकुम चौधरी शंभु सिंह, भावेश भगत, अभिजीत पासवान और मो. आसिफ़ अंसारी ने नाटक शुतुरमुर्ग के कुछ दृश्यों का अभिनयात्मक पाठ किया। बंगाल के प्रसिद्ध रंगकर्मी शंभु मित्रा का संक्षिप्त परिचय दिव्या पांडे (कलकत्ता विश्वविद्यालय) ने दिया, इसके बाद प्रो. अल्मास हुसैन (हरि मोहन घोष कॉलेज, कोलकाता) ने “बंगाल का रंगमंच और शंभु मित्रा” पर एक रोचक चर्चा की। उमा झुनझुनवाला का संक्षिप्त परिचय ख़ालिदा ख़ातून (खिदिरपुर कॉलेज) ने दिया। इसके बाद, उमा झुनझुनवाला की कहानी “लाल फूल का एक जोड़ा” का अभिनयात्मक पाठ संगीता व्यास, सुधा गौड़, पार्वती कुमारी शॉ, एनी दास, मो. आसिफ़ अंसारी और अभिजीत पासवान द्वारा किया गया। रंग अड्डा का संचालन लिटिल थेस्पियन के वरिष्ठ सदस्य पद्माकर व्यास ने किया।