लन्दन : मेजबान इंग्लैंड ने रविवार 14 जुलाई को लॉर्ड्स पर क्रिकेट वर्ल्ड कप के रोमांचक फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर पहली बार विश्व कप हासिल किया। मैच टाई रहने के बाद फैसला सुपर ओवर में गया, जहां दोनों टीमों के स्कोर बराबर रहने के बाद ज्यादा बाउंड्रीज की वजह से इंग्लैंड चैंपियन बना।
इंग्लैंड चौथी बार फाइनल में पहुंचा और पहली बार खिताब जीतने में सफल रहा। वैसे उसने राउंड रॉबिन दौर में न्यूजीलैंड को 119 रनों से हराया था। इस बार दो ऐसे अनोखे संयोग हुए थे जो यह संकेत दे रहे थे कि इंग्लैंड चैंपियन बनेगा और आखिरकार उतार-चढ़ाव भरे फाइनल में वह बाजी मारने में सफल रहा।
पहला संयोग यह था कि पिछली दो बार से मेजबान टीम वर्ल्ड चैंपियन बन रही थी और इस बार मेजबान होने के नाते इंग्लैंड का खिताब का दावा मजबूत हो गया था। दूसरा संयोग यह था कि पिछले दो बार से गत चैंपियन को हराने वाली मेजबान टीम वर्ल्ड चैंपियन बन रही थी और इस बार भी ऐसा ही हुआ।
2011 का वर्ल्ड कप भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश ने आयोजित किया था और खिताबी मुकाबला खेला गया था दो सह-मेजबानों भारत और श्रीलंका के बीच। भारत ने मुंबई में श्रीलंका को आसानी से हराकर खिताब अपने नाम किया था। इसी तरह 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने वर्ल्ड कप की मेजबानी की थी। इस वर्ल्ड कप का फाइनल भी दोनों सह-मेजबानों के बीच खेला गया था और ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया था। इस बार यानी 2019 में इंग्लैंड विश्व कप की मेजबानी कर रहा था और उसने न्यूजीलैंड को हराकर खिताब जीता। इस तरह मेजबान देश खिताबी हैट्रिक लगाने में सफल रहा।
यह भी अजब संयोग :
– 2011 में भारत ने क्वार्टर फाइनल में गत विजेता (2007 के चैंपियन) ऑस्ट्रेलिया को हराकर वर्ल्ड कप से बाहर किया। इसके बाद आगे चलकर भारत ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड कप जीता।
– 2019 में इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में गत विजेता (2015 के चैंपियन) ऑस्ट्रेलिया को हराया है। अब उसके पास फाइनल में न्यूजीलैंड को हराया और चैंपियन बना।