बर्मिंघम । भारत ने गत 9 अगस्त को संपन्न हुए राष्ट्रमंडल खेलों में 22 स्वर्ण सहित 61 पदक जीतकर अपना पांचवा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जबकि मेजबान इंग्लैंड पदकों का अपना नया रिकॉर्ड बनाने में सफल रहा।
भारत निशानेबाजी के बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल नहीं होने के बावजूद 61 पदक जीतने में सफल रहा जिसमें 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक शामिल है। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और कनाडा के बाद भारत पदक तालिका में चौथे स्थान पर रहा। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2010 में नयी दिल्ली में किया था। तब उसने 38 स्वर्ण पदक सहित कुल 101 पदक जीते थे और वह पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रहा था।
भारत ने मैनचेस्टर में 2002 में खेले गए राष्ट्रमंडल खेलों में 30 स्वर्ण पदक सहित 69 पदक जीते थे जो हर चार साल में होने वाले इन खेलों में भारत का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत ने पिछली बार गोल्ड कोस्ट खेलों में 66 पदक जीते थे जिसमें 26 स्वर्ण पदक शामिल है।
मेलबर्न में 2006 में खेले गए राष्ट्रमंडल खेलों में भी भारत ने 22 स्वर्ण पदक जीते थे लेकिन तब उसके रजत पदकों की संख्या 17 थी। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को पुरुष खिलाड़ियों ने 13 स्वर्ण सहित 35 पदक जबकि महिला खिलाड़ियों ने आठ स्वर्ण सहित 23 पदक दिलाए। भारत में मिश्रित स्पर्धाओं में तीन पदक हासिल किए जिसमें एक स्वर्ण भी शामिल है।
भारत में कुश्ती में सर्वाधिक 12 पदक जीते जिसमें छह स्वर्ण पदक शामिल हैं। इसके अलावा उसने टेबल टेनिस में चार तथा भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और बैडमिंटन में तीन तीन स्वर्ण पदक हासिल किए।
बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 28 जुलाई से 8 अगस्त तक लगभग 200 भारतीय एथलीटों ने 16 विभिन्न खेलों में पदक के लिए प्रतिस्पर्धा की।
गोल्ड कोस्ट 2018 में पिछले संस्करण में, भारतीय एथलीटों ने कुल 66 पदक जीते थे। जिसमें 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल थे। इस तरह भारत मेजबान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद तीसरे स्थान पर रहा था।
निशानेबाजी के खेल ने गोल्ड कोस्ट 2018 में 66 पदकों में से 16 पदक जीतने में मदद की। हालांकि, बर्मिंघम 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों के प्रोग्राम से इस खेल को हटा दिया गया था।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 से पहले हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के जीते गए कुल 503 पदकों में से 135 पदक निशानेबाजी में आए, जो किसी भी अन्य खेल में जीते गए पदकों की तुलना में सबसे अधिक रहे। इसमें 2010 में नई दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेल के दौरान जीते गए भारतीय निशानेबाजों के 30 पदक भी शामिल हैं। इसकी वजह से भारत ने इतिहास में अपने सबसे सफल कॉमनवेल्थ गेम्स का लुत्फ उठाया, जिसमें उन्होंने कुल 101 पदक जीते।
टोक्यो ओलंपिक भाला फेंक चैंपियन और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता नीरज चोपड़ा की चोट के कारण CWG 2022 से बाहर होने से निश्चित रूप से भारत एक पदक से चूक गया।
निशानेबाजी खेल के शामिल नहीं होने और नीरज चोपड़ा की अनुपस्थिति में, भारतीय कुश्ती दल के ओलंपिक पदक विजेता रवि कुमार दहिया, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में शानदार प्रदर्शन किया।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में, भारतीय एथलीटों ने कुल 61 पदक जीते। जिसमें 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक शामिल रहे। संकेत सरगर बर्मिंघम में पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे, जिन्होंने पुरुषों की 55 किग्रा भारोत्तोलन स्पर्धा में रजत पदक जीता था।
वहीं, मीराबाई चानू CWG 2022 में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय थीं, जबकि जेरेमी लालरिनुंगा बर्मिंघम में शीर्ष पोडियम हासिल करने वाले पहले भारतीय एथलीट थे।
इसके अलावा सुधीर ने सीडब्ल्यूजी 2022 में पैरा स्पोर्ट्स में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता। वह पैरा पावरलिफ्टिंग पुरुषों के हैवीवेट वर्ग में चैंपियन बने।