Wednesday, April 30, 2025
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रात में 860 डिग्री पर धधकती रहती है शुक्र ग्रह की सतह, नासा ने खींची पहली तस्‍वीर

वॉशिंगटन । अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने पार्कर सोलर प्रोब की मदद से पहली बार शुक्र ग्रह के सतह की अद्भुत तस्‍वीरें खींची हैं। इस तस्‍वीर में शुक्र ग्रह के ऊंचाई वाले इलाके और मैदानी क्षेत्र आदि स्‍पष्‍ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। इन तस्‍वीरों को खींचने के लिए पार्कर सोलर प्रोब को कई बार शुक्र ग्रह के उन इलाकों का चक्‍कर लगाना पड़ा जहां अंधेरा था। कई बार की मेहनत के बाद नासा के वैज्ञानिकों को शुक्र ग्रह की अद्भुत तस्‍वीर मिली है। नासा के वैज्ञानिक ब्रायन वुड ने कहा, ‘आकाश में शुक्र ग्रह तीसरी सबसे चमकीली वस्‍तु है लेकिन अभी हाल तक शुक्र ग्रह के बारे में हमें बहुत कम जानकारी थी। शुक्र ग्रह की सतह कैसी दिखती है, यह भी नहीं पता था। ऐसा इसलिए था कि क्‍योंकि शुक्र ग्रह का वातावरण बहुत घना था जिससे साफ तस्‍वीरें आ नहीं पाती थीं।’ वुड इस शोध के शीर्ष लेखक हैं और वरिष्‍ठ भौतिकविद हैं।
शुक्र ग्रह की सतह पर तापमान 863.33 ड‍िग्री फारेहाइट
वुड ने कहा, ‘अब अंतत: हम पहली बार अंतर‍िक्ष से शुक्र ग्रह की सतह को देख पा रहे हैं।’ इस तस्‍वीर से शुक्र ग्रह की विविध भौगोलिक स्थिति का पता चला है। इसमें ऊंचाई वाले और निचले इलाके तथा कई भौगोलिक विशेषताएं नजर आ रही हैं जो खोज के लिए काफी अहम हो सकती हैं। इस आंकड़े से यह भी पता चला है कि शुक्र ग्रह की सतह पर तापमान 863.33 फारेहाइट है। इससे पहले भी शुक्र ग्रह की सतह की तस्‍वीरें ली गई थीं कि लेकिन उतनी साफ नहीं थी जिससे की इंसान की आंखों से उसे देखा जा सके। दरअसल, शुक्र ग्रह पर सल्‍फ्यूरिक एसिड और कार्बन डॉई ऑक्‍साइड के बादल छाए रहते हैं। ये इतने घने होते हैं कि तस्‍वीरें साफ नहीं आ पाती हैं। वह भी तब जब शुक्र ग्रह रोशनी में मोती की तरह से नजर आता है। घने बादल होने की वजह से रोशनी बहुत कम मात्रा पर शुक्र ग्रह की सतह तक पहुंच पाती है।
गर्म लोहे की तरह से चमकती दिखाई देती है चट्टानी सतह
रात के समय भी शुक्र ग्रह बहुत गर्म होता है लेकिन पार्कर प्रोब ने उसकी तस्‍वीर खींचने में सफलता हासिल कर ली। वुड ने कहा, ‘शुक्र ग्रह की सतह रात में भी 860 डिग्री गर्म रहती है। शुक्र ग्रह की सतह इतना गर्म होती है कि उसकी चट्टानी सतह चमकती दिखाई देती है। यह कुछ उसी तरह से होती है जैसे भट्ठी में से निकाले जाने पर लोहा दिखता है।

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