कोलकाता : मेरी टेक्निमॉन्ट समूह ने कर्नाटक स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कर्नाटक (एनआईटीके) में बायो वेस्ट रिसाइक्लिंग पायलट प्लांट का उद्धघाटन किया। इस परियोजना के लिए फंडिंग समूह की भारतीय सहायक कम्पनी टेक्निमॉन्ट प्राइवेट लिमिटेड (टीसीएमपीएल) ने की है। इस अवसर पर प्रधान अतिथि के रूप में केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने वीडियो सन्देश के जरिए शुभकामनाएं दीं। उद्घाटन समारोह में कर्नाटक के केएएस, ज्वॉएंट कमिश्नर (प्रशासन) डॉ. जी. सन्तोष कुमार उपस्थित थे। टीसीएमपीएल ने उर्जा रूपांतरण के क्षेत्र में काम कर रहे 16 विद्यार्थियों को 2021-22 के लिए छात्रवृति देने की घोषणा की। कम्पनी ने 2020-21 में इसके पहले 2 छात्रवृत्तियाँ दी हैं। यह बायो गैस पायलट प्लांट एनआईटीके को फलों और सब्जियों के वर्ज्य पदार्थों से उर्जा उत्पन्न करने के साथ ही इस क्षेत्र में शोध को प्रोत्साहन भी देगा।
मार्च 2020 में, मेरी टेक्निमॉन्ट ने एनआईटीके में बायोगैस परियोजना को विकसित करने के लिए अपने समर्थन की घोषणा की। इस प्रायोगिक परियोजना संयंत्र के निर्माण की दिशा में एनआईटीके द्वारा विशेष रूप से प्रतिबद्ध निधियों का उपयोग किया गया था। यह अनुमान लगाया गया है कि 500 किलोग्राम के जीपीएस रिन्यूएबल्स (अपशिष्ट प्रबंधन समाधान प्रदान करने वाली ऊर्जा-से-ऊर्जा प्रौद्योगिकी कंपनी) बायोगैस डाइजेस्टर से एक वर्ष में 35,400 यूनिट बिजली का उत्पादन होने की उम्मीद है। यदि बायोगैस खाना पकाने के प्रयोजनों के लिए वाणिज्यिक सिलेंडर की जगह लेता है, तो परियोजना सालाना 2.42 लाख रुपये बचाएगी। उच्च गुणवत्ता वाले पाचन, पूरी तरह से प्राकृतिक और हानिकारक सिंथेटिक रसायनों से मुक्त, एक जैविक उर्वरक के रूप में, पूरक के रूप में या रासायनिक उर्वरकों के प्रतिस्थापन के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जीपीएस रिन्यूएबल्स तीन साल के लिए प्लांट मेंटेनेंस भी करेगा। मैरी टेक्निमॉन्ट के चेयरमैन फैब्रीजिओ डी एमेटो ने इस साझेदारी पर खुशी जतायी। परियोजना की जानकारी देते हुए एनआईटीके के निदेशक प्रोफेसर कर्णम उमामाहेश्वर राव ने कहा कहा कि इस प्लांट से विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी और वे शोध को आगे ले जा सकेंगे।