कोलकाता : ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोरोना का कहर’ विषय पर वेबिनार -भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के वाणिज्य विभाग सुबह के विद्यार्थियों के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था में कोरोना का कहर’ विषय से संबंधित वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि कलकत्ता विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग की एसोसिएट प्रो. सुदक्षिणा गुप्ता ने ऑनलाइन भाग लेने वाले 75 से अधिक विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए वर्तमान भारत की अर्थव्यवस्था के विषय में विस्तृत जानकारी दी। यह वेबिनार आई क्यू ए सी द्वारा स्वीकृत था जिसमें अर्थशास्त्र के विद्वानों और संकाय के शिक्षक शिक्षिकाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण किया कॉलेज के डीन प्रो. दिलीप शाह ने दिया। इप्शिता चटर्जी ने विद्यार्थियों की रुचि और जिज्ञासाओं को समझते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था पर महामारी कोरोना के कारण पड़ने वाले प्रभाव की चर्चा की। प्रमुख वक्ता के रूप में प्रो. सुदक्षिणा ने महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था प्रारंभिक कोविड -19 के लॉक डाउन के कारण उत्पादन बंद होने से बुरी तरह से प्रभावित हुई। केंद्रीय और राज्य के स्तर पर सरकारें कोविड से निपटने की तैयारी में लगी रहीं। अर्थव्यवस्था में थोड़ी सी राहत आनी शुरु हुई, तभी कोरोना की दूसरी लहर ने अर्थतंत्र पर प्रहार किया। इस बीच, टीकाकरण प्रक्रिया शुरू हुई। सरकार पर यह एक आर्थिक बोझ था जिसे उसने पेट्रोल और डीजल उत्पादों पर मूल्य बढ़ाकर जनता को स्थानांतरित कर दिया, इसके कारण मुद्रास्फीति पर भी बुरा असर पड़ा। 20 मार्च के अंत तक, महामारी हर जगह थीं, जिसके परिणामस्वरूप भारत में अधिकांश शैक्षणिक संस्थानों को भी बंद करना पड़ा। बहुत – सी नौकरियाँ चली गयीं। महामारी के कारण पूरे भारत में 1.5 मिलियन स्कूलों को बंद कर दिया।
उद्योग,सेवा, व्यापार, ऋण, जीडीपी, शिक्षा आदि विभिन्न क्षेत्रों की चर्चा की गयी। वर्तमान टीकाकरण ड्राइव पर भी चर्चा की गयी । प्रश्नोत्तर सत्र डॉ. दिपर्णा जाना द्वारा आयोजित किया गया। बीकॉम (सुबह) विभाग की कोआर्डिनेटर प्रो. मीनाक्षी चतुर्वेदी ने सभी को धन्यवाद देते हुए इस कार्यक्रम को विद्यार्थियों के लिए बहुत ही सकारात्मक बताया। कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।