कोलकाता : भवानीपुर कॉलेज में वायरल रोगों के विषय पर वेबिनार आयोजित किया गया। कोलकाता के पीयरलेस हॉस्पिटल के डॉ शुभ्रो ज्योति भौमिक ने मानसून के वारिश के मौसम में होने वाले वायरल रोगों के विभिन्न ज्वरों विशेष रूप से डेंगू के बारे में विस्तृत जानकारी दी। रसोई में, एसी यहां तक कि पुराने गमलों आदि में जमा हुआ पानी मच्छरों को जन्म देता है। शहर में बारिश के जमे हुए पानी और गंदगी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है अतः हमें सावधानी और सुरक्षित रहने के लिए सफाई पर जोर देने की आवश्यकता है। घर में बाथरूम आदि को सूखा रखने से और फिनायल या अन्य सफाई के द्रव्यों से सुरक्षित रखने की हिदायत दी। डेंगू के मच्छर दिन के समय काटते हैं। जहां काटते हैं वहां लाल खुजली होती है और बुखार तथा पूरे शरीर में दर्द होता है। डॉ से सलाह अवश्य लें। अभी कोरोना महामारी का संकट भी गहराया हुआ है इसलिए टेली मेडिसिन पर डॉक्टरों से सलाह लें। कोरोना वायरस के विषय में जानकारी देते हुए डॉ भौमिक ने बताया कि पृथ्वी पर इस तरह के बहुत से वायरस हैं। आज हमें बहुत ही सावधानी से अपनी सुरक्षा स्वयं करनी है। दो गज की दूरी और हाथ को सेनेटाइज करने के साथ-साथ अपने हाथ को आंख नाक और चेहर पर न लगाएं क्योंकि इनकी मांसपेशियां बहुत ही नाजुक होती हैं। डॉ भौमिक क्लिनिकल डायरेक्टर अॉफ एकेडमिक हैं। आपने बताया कि पियरलैस के सभी टेस्ट हॉस्पिटल में ही किए जाते हैं। रोगी के घर जाकर कोई टेस्ट नहीं किया जाता इसी कारण रिपोर्ट सही आती हैं।
वेल व्यूह क्लिनिक की प्रमुख फिजियोथेरेपिस्ट डॉ शबनम अग्रवाल जो नोपानी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट से संबद्ध हैं, कोरोना काल में घरों में रहकर किस प्रकार योग और प्राणायाम से स्वयं को स्वस्थ और सुरक्षित रखा ज सकता है। डाइट के विषय पर भी विस्तार से जानकारी दी।
पचास से अधिक विद्यार्थियों ने “प्रिवेंशन फॉर कॉमन वायरल डिजीज” विषय पर वेबिनार में भाग लिया। दोनों ही डॉक्टरों ने बहुत ही सहज भाषा में अपने विचार व्यक्त किए।
डीन प्रो दिलीप शाह की परिकल्पना से इस प्रकार का कार्यक्रम अॉन-लाइन संभव हो सका। कोआर्डिनेटर प्रो मीनाक्षी चतुर्वेदी, डॉ रेखा नारिवाल ने प्रश्न भी पूछे जिसका संतोष जनक उत्तर भी मिला। विद्यार्थियों ने भी कई प्रश्न पूछे। संयोजक रहीं डॉक्टर गार्गी गुइय। डॉ वसुंधरा मिश्र ने इस कार्यक्रम की जानकारी दी।