ग्वालियर : जिले में 1000 बेटों के अनुपात में 849 बेटियां हैं। यह लिंगानुपात प्रदेश के औसत लिंगानुपात 918 से कम है। इन गंभीर हालातों के बीच सिटी सेंटर में कारोबार करने वाले उजाला गुप्ता का एक प्रयास सुकून देने वाला है। उन्होंने कंपनियां बनाने की सामान्य अवधारणा एंड संस और एंड ब्रदर्स से बाहर निकलकर अपनी फर्म का नाम फादर डॉटर्स एंड कम्पनी रखा है। हर महीने लगभग 25 से 30 लाख रुपये का कारोबार करने वाले गुप्ता इसी नाम से डिपार्टमेंटल स्टोर्स की चेन शुरू करने की योजना रखते हैं। इनके कर्मचारियों में भी महिलाओं की संख्या ज्यादा है। कारोबारी उजाला गुप्ता ने फर्म फादर डॉटर्स एंड कम्पनी फर्म 3 साल पहले शुरू की थी। इससे पहले इनके पिता की कंपनी एमडी एंड संस थी। उजाला, 4 भाई हैं। इस आधार पर ही फर्म का नाम रखा गया था। इसके बाद सभी भाइयों ने अपना-अपना कारोबार बढ़ाना शुरू किया तो उन्होंने कैलाश विहार सिटी सेंटर में दो मंजिला डिपार्टमेंटल स्टोर शुरू किया। गुप्ता कहते हैं कि उनकी 3 बेटियां हैं। खुशी कक्षा 11वीं, परिज्ञा 9वीं और ऊर्जा गुप्ता कक्षा 2 में पढ़ती है। बड़ी बेटी अब काम में भी हाथ बंटाने लगी हैं। श्री गुप्ता ने खुद कक्षा 11 तक ही पढ़ाई की है, लेकिन वह अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा दिलवाएंगे। कारोबार भी बेटियों को ही संभालना है। कलेक्टर अनुराग चौधरी ने भी इस दुकान को अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया है। इसमें कलेक्टर ने लिखा है ग्वालियर बदल रहा है, हमेशा एंड ब्रदर्स और एंड संस ही देखा था। अब फादर डॉटर्स एंड कंपनी।