बेटियों के लिए कुछ ऐसा चाहते हैं ओबामा

वाशिंगटन. अमेरिकी प्रेसिडेंट बराक ओबामा ने टाइम मैग्जीन में आर्टिकल लिखा है। इसमें उन्होंने यंग जेनरेशन और अपनी बेटियों के लिए बेहतर संसार की बात की है। मैग्जीन से स्पेशल एग्रीमेंट के तहत दैनिक भास्कर में इसे पब्लिश किया गया है। अमेरिका और अपनी बेटियों को लेकर ओबामा ने क्या लिखा…

– ”आज अमेरिका की जो सबसे बड़ी ताकत है, वह है यंग जेनरेशन। ये हमारे इतिहास की सबसे बड़ी, सबसे एजुकेटेड, सबसे विविध और डिजिटली सबसे तेज पीढ़ी है।”

– ”और एक चीज जो मुझे मेरी बेटियों ने सिखाई है वह यह है कि आज की पीढ़ी एक अच्छे संसार की रचना के लिए किसी का इंतजार नहीं करेगी।”

– ”ये खुद आगे जा रहे हैं और अपने लिए एक बेहतर संसार बना रहे हैं। हम ऐसे हालात बना सकते हैं, जिसमें उन्हें ऐसा करने का हर मौका मिले।”

– ”हमें तय करना होगा कि वे आजाद होकर आगे बढ़ें और अपनी पसंद से जी सकें।”

– ”यही कारण है कि मेरे एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट लोन पेमेंट को लोन लेने वाले की इनकम के हिसाब से 10 फीसदी कर दिया है। ताकि जो युवा कॉलेजों में पढ़ने जाएं उन्हें इसकी कीमत न चुकानी पड़े।”

हेल्थ-केयर रिफॉर्म को लेकर क्या कहा?

– ”हम अपने हेल्थ-केयर सिस्टम में भी रिफॉर्म लाए हैं, ताकि ये युवा जब नौकरी बदलें, स्कूलों में जाएं, किसी नए विचार से शुरुआत करें, अपने परिवार की शुरुआत करें तो इनके पास हेल्थ कवरेज हो।”

क्लाइमेट चेंज

– ”क्लाइमेट चेंज से बचने के लिए हमने करीब 200 देशों के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते का नेतृत्व किया है। लेकिन मेरी बेटियों की पीढ़ी को पेरिस के इस समझौते से कहीं पहले पता था कि अपनी पृथ्वी को बचाना एक ऐसा मुद्दा है जिसके विरोध में कोई तर्क नहीं हो सकता है।”

– ”उन्हें पिछले वर्ष जून में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए मैरिज इक्वैलिटी के निर्णय से कहीं पहले पता था कि सभी प्रकार के प्रेम को समान ही बनाया गया है।”

यंग जेनरेशन को लेकर और क्या कहा?

– ”ये पीढ़ी किसी को पहले, काला या गोरा, एशियन या लैटिनो, गे या स्ट्रेट, माइग्रेंट या देश में जन्मा जैसी बातों से नहीं देखती है। यह अपनी विविधता को एक बड़े तोहफे के रूप में लेती है।”

– ”एक तरह से मेरी बेटियों की पीढ़ी हम सब को एक चेंज की ओर धकेल रही है। इसलिए हमें अपने फ्यूचर के लिए एक चीज यह करनी होगी कि हम यह तय करें कि इस पीढ़ी को यह पता हो कि उनकी आवाज सबके लिए अहम है। और उसे सुना जाएगा।”

जो सत्ता में हैं वे पेश करें उदाहरण

– ”हममें से जो लोग सत्ता में हैं या जिनके पास शक्ति है उन्हें अपने बर्ताव से यह उदाहरण पेश करना होगा।”

– ”हमारे अंदर समझौता करने की इच्छा होनी चाहिए। हमें उन्हें भी सुनना होगा, जिनके साथ हम सहमत नहीं हैं। हमें राजनीति में पैसा का दबदबा कम करना होगा ताकि उन्हें यह न लगे कि यहां सिस्टम ठीक नहीं है। हमें वोटिंग को आसान और आधुनिक करना होगा।”

अमेरिका के रास्ते में सबसे बड़ी समस्या क्या?

– हमें अपने युवाओं को सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहने के लिए प्रेरित करना होगा। हम अपने बच्चों के लिए ऐसा संसार चाहते हैं- जहां सुवअसर हो और हमारे परिवारों के लिए सुरक्षा हो। ऐसा समाज, जहां जीवन स्तर ऊंचा हो, शांति हो। जो उन्नतिशील हो और उनका हृदय बड़ा हो। और हम ऐसा कर सकते हैं।

– अमेरिका के फ्यूचर में सबसे बड़ी समस्या वो चीजें हैं जो हमने अपने ऊपर थोप रखी हैं। यह अमेरिका के साथ हमेशा होता रहा है। इन्हें बदलना होगा।

”हमारा भाग्य हमारे लिए तय नहीं किया गया है बल्कि इसे हमने ही खुद अपने लिए तय किया है। इसलिए हम जैसे-जैसे अपने युवाओं को फ्यूचर तय करने का मौका देंगे, एक अच्छा फ्यूचर भविष्य बनता जाएगा। क्योंकि मेरा उनमें यकीन है।’

 

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।