कोलकाता : बंगीय हिंदी परिषद में 20 मार्च, 2021 को काव्य गोष्ठी ‘कविकल्प’ का आयोजन किया गया।यह आयोजन ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ ग़ज़ल कार कृष्ण कुमार दूबे जी ने की एवं मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं प्रसिद्ध कवयित्री सुदामी यादव। कार्यक्रम का आरंभ करते हुए अपने स्वागत भाषण में परिषद के मंत्री डॉ. राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने कहा कि प्रत्येक रचनाकार को चाहिए कि वे वरिष्ठ एवं परिपक्व कवियों की कविताओं को सुनें एवं समझें और फिर वे लिखने का अभ्यास करें। नए रचनाकारों को उन्होंने सलाह दी कि आप सभी आत्ममुग्धता से बचें। आलोचकों व समीक्षकों की बातों को ध्यान से सुनें व उनसे सीखें। रीमा पांडेय ने अपनी काव्यांजलि के द्वारा माँ भारती को अपना अर्घ्य अर्पित किया।अनेक नए कवियों ने होली के साथ-साथ समसामयिक विषयों पर भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।। वरिष्ठ एवं नवांगतुक कवियों ने मिलकर काव्य गोष्ठी को सफल बनाया।
गोष्ठी में शामिल अन्य कवि थे- निखिता पांडेय, दीपा ओझा, प्रीति कुमारी साव,प्रीति साव, संजय कुमार , अंजू छारिया, किरण वर्मा स्वागता बसु , डॉक्टर राजेंद्र नाथ त्रिपाठी, रमाकांत सिन्हा, रीमा पांडेय, तथा सुषमा पटेल।अध्यक्षीय वक्तव्य में कृष्ण कुमार दूबे जी ने बताया कि सीखना मनुष्य की सहज प्रकृति है , जिसे मनुष्य को सहर्ष स्वीकारना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन परिषद की संयुक्त मंत्री, सुषमा राय पटेल ने तथा धन्यवाद ज्ञापन परिषद के साहित्य मंत्री,भानु प्रताप पांडेय ने किया।