कोलकाता । गुजरात की फार्मा कम्पनी जोटा हेल्थकेयर की एक इकाई दवा इंडिया जेनेरिक फार्मेसी पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों में जेनेरिक दवा की दुकानें खोलने की योजना पर काम कर रही है। कंपनी का कहना है कि बहुत जल्द ही वे पश्चिम बंगाल के ग्रामिण इलाकों तक पहुंचने में कामयाब होंगे ताकि लोगों को कम दाम में सही दवा मिल सके। दवा इंडिया जेनेरिक फार्मेसी दवा बिलों पर 90 प्रतिशत तक की बचत का तुलनात्मक लागत लाभ प्रदान करता है। 2017 में लॉन्च होने के बाद से दवा इंडिया जेनेरिक फार्मेसी ने भारत में 75 लाख खुश ग्राहकों के साथ 650 से अधिक रिटेल आउटलेट स्थापित किए हैं और यह संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। कंपनी के मुताबिक वर्तमान में दवा इंडिया के पश्चिम बंगाल में 30 आउटलेट हैं। कंपनी का कहना है कि एक संगठन के रूप में हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं कि प्रत्येक परिवार को उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवा और स्वास्थ्य उत्पादों तक पहुंच प्राप्त हो। हमारा प्रयास अब पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों तक पहुंचना है और डीप पेनेट्रेशन प्रोग्राम्स के माध्यम से सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करना है, और सभी को उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं प्रदान करना है, जो आने वाले समय में 10 करोड़ लोगों के जीवन को प्रभावित करेगी। समूह के सीईओ डॉ. सुजीत पॉल के संयुक्त अनुभव और विशेषज्ञता ने दवा इंडिया को विकास और व्यापार योजना में गति देने तथा दवा इंडिया स्टोर्स की स्थापना और संचालन करके पश्चिम बंगाल, भारत के पूर्वी हिस्से में प्रवेश करने में मदद की है। जेनेरिक दवाओं के अलावा, दवा इंडिया कॉस्मेटिक्स, जिम सप्लीमेंट्स, न्यूट्रास्यूटिकल्स, आयुर्वेदिक, सर्जिकल समेत 2000 से अधिक उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। 1995 में अपनी स्थापना के बाद से, जोटा ग्रुप मानव जाति की सेवा करता आ रहा है। जोटा हेल्थकेयर लिमिटेड ने 24 डिवीजन और 4000+ उत्पादों के साथ पूरे भारत में 1250+ वितरकों के नेटवर्क को मजबूती प्रदान की है। यह 3 अंतरराष्ट्रीय कार्यालयों के साथ 30+ देशों में भी निर्यात कर रहा है। जोटा हेल्थ केयर लिमिटेड के ग्रुप सीईओ डॉ. पॉल का मानना है कि नए विचार एक सकारात्मक और बहुत जरूरी बदलाव ला सकते हैं जिससे न केवल कंपनी और ग्राहकों को बल्कि उन लोगों को भी फायदा हो सकता है जो अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। कंपनी के मिशन और विजन को ध्यान में रखते हुए, जोटा ने उज्जवल भविष्य के लिए नए सुधारों और नए दृष्टिकोणों को शामिल करने की मांग की ।