कोलकाता । एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम-पश्चिम बंगाल चैप्टर ने एनसीएलटी कोलकाता बार एसोसिएशन एवं कंसर्न फॉर कलकत्ता और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एमसीएक्स) ने संयुक्त रूप से ‘एडवांटेज एमएसएमई-द बिग स्ट्राइड्स’ विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। पश्चिम बंगाल में पूरे देश में एमएसएमई की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। एमएसएमई के जरिये उद्योग जगत में पश्चिम बंगाल की प्रतिभा और उद्यमशीलता को दिखाने के उद्देश्य से ही इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में शिशिर बाजोरिया (अध्यक्ष, आईआईएम शिलांग), अधिवक्ता नारायण जैन (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टैक्स प्रैक्टिशनर्स, एआईएफटीपी, सीए संजीब सांघी (आईसीएआई के ईआईआरसी के उपाध्यक्ष), सीएस डॉक्टर एवं एडवोकेट ममता बिनानी (पूर्व अध्यक्ष, आईसीएसआई और एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम पश्चिम बंगाल चैप्टर की वर्तमान अध्यक्ष, एस एम गुप्ता (एनसीएलटी कोलकाता बार एसोसिएशन के अध्यक्ष), के एस अधिकारी (कंसर्न ऑफ कोलकाता के अध्यक्ष) के अलावा कई अन्य विशिष्ट हस्तियां इस कार्यक्रम में मौजूद थें। इस कार्यक्रम का विषय ‘एमएसएमई के प्रति सरकारी दृष्टिकोण’, ‘एमएसएमई के लिए बुनियादी प्रौद्योगिकी’, ‘एमएसएमई और स्टार्ट अप के लिए आयकर लाभ दिलवाना’ और इसके अलावा ‘एमएसएमई के लिए अन्य कई वित्त योजनाएं’ शामिल थे।
इस मौके पर सीएस डॉक्टर एवं एडवोकेट ममता बिनानी (पूर्व अध्यक्ष आईसीएसआई और एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम पश्चिम बंगाल चैप्टर की अध्यक्ष) ने कहा, एमएसएमई एक ऐसा क्षेत्र है जो न केवल सभी तरह के घरेलू उत्पाद को बढ़ावा देता है, बल्कि 6 करोड़ से अधिक की इकाइयाँ और 11 करोड़ से अधिक श्रमिक के साथ एमएसएमई क्षेत्र कृषि के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता क्षेत्र होने के कारण यह राष्ट्र के सामाजिक और समान विकास के लिए यह एक बड़ा संबल है। आर्थिक क्षेत्र में पर्याप्त योगदान एवं विकास के साथ सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 30% और सभी भारतीय निर्यातों का 45% से अधिक इस क्षेत्र में जाता है। एमएसएमई के बारे में: वैश्विक रैंकिंग इंडेक्स पर भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में एमएसएमई काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह दर्शाता है कि क्षेत्र कितनी तेजी से विकास कर रहा है।