कोलकाता : हाल ही में शी के द्वारा आयोजित कलकता फेस्टिवल में कई सारी महिला उद्यमियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। उन्होंने अपने स्टॉल लगाए। फैशन से लेकर जेवर और हैंडबैग्स का शानदार संग्रह यहाँ दिखा और साथ ही दिखी इन उद्यमियों की मेहनत और आगे बढ़ने की चाहत। प्रदर्शनी आईसीसीआर में लगी थी और 2 दिन चली।
इस प्रदर्शनी में घूमते हुए मैंने कुछ ऐसी महिलाओं से बात की जो कि अपनी नौकरी के साथ साथ अपना व्यवसाय भी बखूबी सम्भाल रही हैं।
इसमें से सबसे पहला नाम आवां ब्रांड से ऑक्सीडाइज्ड व अफगान ज्वेलरी व्यवसायी शिल्पी सिन्हा का लूँगी। शिल्पी मीडियाकर्मी है, क्राइम बीट देखती हैं और साथ ही अपना व्यवसाय भी सम्भाल रही हैं। शिल्पी अपने जेवर खुद बनाती हैं और ये कस्टमाइज्ड जेवर हैं।
ऐसी ही लगन मैंने देखी मेहन्दी को लोकप्रिय बनाने के लिए काम कर रही मेहन्दी कलाकार, सारा खान में। किसी प्रकार का प्रमाणपत्र वाला कोर्स सारा ने नहीं किया। मेहन्दी की कला उन्होंने बचपन में खेल खेल में ड्राइंग करते करते खुद ही सीखी है और आज एक मेंहदी आर्टिस्ट के रुप में हमारे सामने है उनका कहना है कि कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता बस उसमे आपकी रुचि होनी चाहिए।
इन उद्यमियों को देखकर यह तो स्पष्ट हो जाता है कि आज स्त्री के कार्य क्षेत्र का दायरा बढ़ रहा है। वह परिवार, जिम्मेदारियाँ और सपने, सब साथ लेकर चल रही है और यह प्रदर्शनी मेरी नजर में उसका प्रमाण है।
(शुभांगी शुभजिता की प्रशिक्षु पत्रकार हैं)