माता पिता अपने बच्चे को ज़मीन पर अपना पहला कदम बढ़ाने में हर प्रकार से मदद करते हैं और कई बार वो बेबी वॉकर का भी इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या वाकई में ये बेबी वॉकर बच्चों के लिए मददगार साबित होते हैं। जो बच्चे नया नया चलना सीख रहे होते हैं अकसर माँ बाप उनकी मदद करने के लिए वॉकर ले आते हैं। इसमें बैठ कर बच्चे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से चले जाते हैं। इसमें प्लास्टिक ट्रे लगी होती है जिसमें खिलौना लगा होता है, यह बच्चों के मनोरंजन के लिए होता है। साथ ही इसमें बच्चे के बैठने के लिए सीट बनी होती है और इसमें पहिये लगे होते हैं।
अगर विशेषज्ञों की राय मानें तो ये वॉकर आपके बच्चे के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं होते। जानकारों के अनुसार बेबी वॉकर में बैठने के बाद बच्चे अपने पैरों पर ज़ोर लगाते हैं। वह भी तब जब वे ठीक से खड़े होने के लिए भी तैयार नहीं होते, जो बच्चे के लिए बिल्कुल सही नहीं होता।
इसमें लगे हुए पहिये बच्चों को न तेज़ी से चलने में मदद करते हैं जिसके कारण उन्हें चोट लगने का खतरा बना रहता है। इसकी रफ़्तार इतनी तेज़ होती है कि कई बार माता पिता के पहुंचने से पहले ही बच्चा सीढ़ियों या फिर किसी अन्य स्थान पर गिर जाता है।
जब बच्चा इस वॉकर में होता है तो उसका नियंत्रण अपने कदमों पर नहीं होता ऐसे में वे तेज़ी से दौड़ते हुए किसी ऐसी चीज़ तक पहुंच सकते हैं जो उनके लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं होता। एक अध्ययन के अनुसार वॉकर्स बच्चों के विकास में किसी भी तरह सहायक नहीं होते, ये केवल एक खतरनाक वस्तु है।
हालांकि बाज़ार में आजकल ऐसे कई वॉकर्स मिलते हैं जिन्हें बच्चे पीछे की ओर से पकड़ कर धक्का मारते हैं और फिर आगे की ओर अपने कदम बढ़ाते हैं। यह ऐसी स्थिति में होता है जब बच्चा स्वयं खड़े होने या फिर चलने के लिए तैयार होता है। अगर आप अपने बच्चे के लिए वॉकर खरीदना चाहते हैं तो फिर ऐसे ही वॉकर का प्रयोग करें क्योंकि यह उनके विकास में भी किसी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं करते।
ध्यान रहे जब भी आपका बच्चा वॉकर के अंदर हो आप ज़रूर उसके आस पास रहे ताकि वह चोटिल न हो। बच्चों का विकास जानकारों के मुताबिक वॉकर के कारण बच्चों की चलने की प्राकृतिक क्षमता बिगड़ जाती है जिसके फलस्वरूप वे देर से चलना सीखते हैं। अगर बच्चा प्राकृतिक रूप से चलना सीखता है तो बेहतर होता है। स्वयं बैठना, पलटना, फैलना आदि से बच्चे की मांसपेशियां मज़बूत होती हैं, साथ ही वह खुद को संतुलित करना सीखता है और आसानी से खड़ा हो जाता है।
वॉकर का प्रयोग करके चलने वाले बच्चों का सही विकास होने में काफी समय लग जाता है क्योंकि वे ज़मीन पर बहुत कम समय बिताते हैं। खुद चलने वाले बच्चों के शरीर में काफी हलचल रहती है जो वॉकर में बैठने वाले बच्चों में नहीं होती।
बच्चों के मनोरंजन और खेलने कूदने के लिए अन्य कई विकल्प हैं। आप चाहे तो बेबी वॉकर की जगह अपने बच्चे के लिए स्टेशनरी मैट ले आएं या फिर किसी प्ले सेंटर में उसे ले जाएं जहां उसका मन तो बहलेगा ही साथ ही वह पूरी तरह से सुरक्षित भी रहेगा। माता पिता होने के नाते आपके बच्चे की सुरक्षा आपकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। बेहतर होगा आप अपने नन्हे शिशु के लिए वॉकर घर न लाएं और उसे स्वयं अपने कदम आगे बढ़ाने दें।
बेबी वॉकर खरीदते समय इन बातों पर ध्यान दें
- बेबी वॉकर ऐसा चुनें जिसमे बच्चे को कुशलता से खड़े होने को मिले। अगर आप कोई ऐसा बेबी वॉकर खरीदते हैं जो बहुत ही भारी है या ज़मीन से बहुत घर्षण करता है तो इससे बच्चे के साथ दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। इस वजह से हो सकता है की बच्चा आगे से बेबी वॉकर से डरने लगे और दूरी बना ले।
- बेबी वॉकर ऐसा चुनें जिसका आधार चौड़ा हो ताकि बच्चे को गिरने से बचाया जा सके। इसके अलावा इस तरह से बच्चे उन जगहों पर भी जाने से बचे रहेंगे जहाँ उन्हें नहीं जाना चाहिए।
- अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं को ध्यान में रखें जैसे लॉक सिस्टम , सीट बेल्ट जिससे आपके बच्चे की गतिविधि आसान और आरामदायक बनी रहे।
- सुनिश्चित करें की बेबी वॉकर जिस पदार्थ से बना है वो बच्चे के लिए खतरनाक नहीं है।
- बनावटी खराबी को ध्यान में रखें और बेबी वॉकर को अच्छे से जाँच लें। उसके किनारे कोमल हों, कपडे की सिलाई ठीक हो , कोई ऐसी चीज़ बहार ना निकली हो जिससे बच्चे को नुकसान पहुंचे आदि।