कोलकाता : साहित्यिक सांस्कृतिक संस्था नीलांबर कोलकाता ने सागर रेलवे ऑफिसर्स क्लब में कविता जंक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस वर्ष की साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियों के क्रम में संस्था का यह आयोजन था। संस्था के अध्यक्ष यतीश कुमार ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम के शुरुआत में नीलांबर द्वारा मंगलेश डबराल की कविता ‘तानाशाह'(आवृत्ति- ऋतेश पांडेय),नरेश सक्सेना की कविता ‘गिरना'(आवृत्ति- स्मिता गोयल), सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता ‘आत्म साझात्कार’ (आवृत्ति- नीलू पांडेय)सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता ‘कभी मत करो माफ’ (आवृत्ति- ममता पांडेय )पर तैयार वीडियो मोंताज दिखाया गया। इसके बाद उगना समूह द्वारा साहिर लुधियानवी द्वारा रचित गीत ‘ये किसका लहू है कौन मरा’ की प्रस्तुति ऋतेश पांडेय के साथ दीपक ठाकुर एवं विजय शर्मा द्वारा की गई। इस अवसर पर झारखंड के लोक गायक बासु बिहारी द्वारा झारखंड के लोक गीत ‘झुमइर’ की प्रस्तुति की गई।इस कविता जंक्शन में नवल, प्रियंकर पालीवाल, राज्यवर्द्धन,शिरोमणि महतो, दिनेश कुमार,शैलेश गुप्ता, रौनक अफरोज, आशा पांडेय, अनिला राखेचा, ऋतु तिवारी, रेवा टिबरेवाल, पूनम सोनछात्रा, विजय शर्मा, मधु सिंह और अजय सिंह ने अपनी कविताओं का पाठ किया। कवि-आलोचक प्रियंकर पालीवाल ने कविता पर अपनी आलोचनात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि कठिन समय में कविता आपको थोड़ा और ज्यादा मनुष्य बनाती है। यही कविता का धर्म है। कार्यक्रम का संचालन सीमा शर्मा और रचना सरन ने किया और धन्यवाद ज्ञापन किया संस्था के उपसचिव आनंद गुप्ता ने। इस अवसर पर कपिल आर्य, आशुतोष,निर्मला तोदी, जितेंद्र सिंह,नील कमल सहित कोलकाता के अनेक लेखक एवं साहित्यप्रेमी उपस्थित थे।
प्रेषक – आनंद गुप्ता
मीडिया प्रभारी एवं उपसचिव – नीलांबर