तीन दिन तक समुद्र में फंसे नौसेना कमांडर, ऐसे बचाये गये

नयी दिल्ली : तीन दिन से घायल अवस्था में अपनी नाव में समुद्र में फंसे भारतीय नौसेना के कीर्ति चक्र विजेता कमांडर अभिलाष टॉमी (39) को सोमवार को दक्षिणी हिंद महासागर से सुरक्षित बचा लिया गया। नौसेना में पायलट कमांडर अभिलाष ‘गोल्डन ग्लोब रेस-2018’ में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। 2013 में समुद्र के रास्ते पूरी दुनिया का बिना रुके चक्कर लगाने वाले वह पहले भारतीय हैं।
कमांडर अभिलाष की स्वदेशी नौका ‘एसवी थुराया’ के शुक्रवार को तूफान में फंसने की वजह से उसके मस्तूल क्षतिग्रस्त हो गए थे। समुद्र में तेज लहरें उठने से उनकी नाव का स्तंभ टूट गया था। इस वजह से उनकी पीठ में गंभीर चोट लग गई थी। शनिवार को उन्होंने अपनी वाईबी3 टेक्सटिंग यूनिट से फ्रांस स्थित रेस आयोजकों को खुद के घायल होने का संदेश भेजा था, लेकिन समुद्र में उनकी लोकेशन पता नहीं चली थी।
रविवार को भारतीय नौसेना के निगरानी और टोही विमान पी8आइ ने उनकी नाव का पता लगा लिया था। नौसेना प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने बताया कि फ्रांस के मछली पकड़ने वाले जहाज ‘ओसिरिस’ ने सोमवार सुबह करीब 11.30 बजे बचाव अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। इस दौरान भारतीय विमान पी-8आइ ने भी सहायता की। संडे टाइम्स की गोल्डन ग्लोब रेस की 5वीं वर्षगांठ पर आयोजित गोल्डन ग्लोब रेस बहुत मेहनत वाली प्रतियोगिता है। इसमें बिना किसी आधुनिक तकनीक की मदद लिए एक छोटी नाव में बैठकर दुनिया का चक्कर लगाना होता है। भारतीय नौसेना के कमांडर अभिलाष टॉमी को सुरक्षित बचा लेने पर उनके पिता वीसी टॉमी ने खुशी जताई है। मीडिया से बात करते हुए अभिलाष के पिता ने कहा कि अब हमें 75 फीसद राहत मिली है। हम सभी पिछले तीन दिनों से तनाव में थे। नौसेना अफसर के पिता भी नेवी में कमांडर थे। बता दें कि गोल्डन ग्लोब रेस के दौरान नौका के दक्षिण हिंद महासागर में तेज तूफान में फंसने से अभिलाष (39) घायल हो गए थे। उन्होंने कहा, ‘हां, उन्हें बचा लिया गया है, फिलहाल हम यही कह सकते हैं कि वह मानसिक रूप से स्थिर हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं में दुर्घटनाओं की संभावना होती है। इससे हम सभी वाकिफ थे। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह जल्द ही इससे बाहर आ जाएगा। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुशी जताते हुए कहा कि यह जानकर राहत मिली की नौसेना अधिकारी अभिलाष टॉमी को बचा लिया गया है। वह होश में हैं और ठीक हैं। आइएनएस सतपुड़ा उन्हें चिकित्सा के लिए मॉरीशस लेकर जाएगा।

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