कोलकाता । दंत चिकित्सा पीड़ारहित हो सकती है और यह वास्तविकता है । आधुनिक दंत चिकित्सा पद्धति ने इसे सम्भव बनाया है । हाल ही में दंत चिकित्सक डॉ मून चट्टराज ने आधुनिक दर्द रहित दंत चिकित्सा की जानकारी दी । उन्होंने कहा, डेंटिस्ट शब्द सुनते ही हम सिहर जाते हैं । हम दाँतों की शल्य चिकित्सा और दर्द के बारे में सोचकर ही दांतों से जुड़े किसी भी उपचार से पीछे हट जाते हैं । बदलते समय के साथ दंत चिकित्सा से दर्द शब्द को गायब करने के लिए प्रयास चल रहे हैं । दंत चिकित्सक डॉ. मून चट्टराज ने दर्द रहित दंत चिकित्सा पद्धति पर विस्तृत चर्चा की । हाल ही में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इस चर्चा के दौरान उनके द्वारा की गयी चिकित्सा से लाभान्वित कुछ अतिथियों भी अपने अनुभव साझा किये । अनुभव साझा करने वालों में ईस्ट बंगाल क्लब के अध्यक्ष एवं गायना डॉ. प्रणव दासगुप्ता, आमरी ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के सीईओ रूपक बरुआ, कंसल्टेंट फिजिशियन डॉ. राजीव सील, निर्देशक जय गांगुली उपस्थित थे । डॉ. चट्टराज ने दंत चिकित्सा के क्षेत्र में नयी तकनीक, जानकारी, उपकरण की जानकारी दी । उन्होंने उन्नत एवं सफल चिकित्सा के लिए एंथेशिया पर चर्चा की । डॉक्टर डॉ मून चट्टराज ने कहा कि नई तकनीक, ज्ञान और नवीनतम उपकरणों के आगमन के साथ, दंत चिकित्सा लगभग दर्द मुक्त हो गई है। हम यहां तक कह सकते हैं कि अगर आधुनिक दंत चिकित्सा के इस युग में एक दंत चिकित्सक अपने रोगियों को दर्द और परेशानी पैदा कर रहा है, तो वे अधूरा इलाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़े तो मरीज को किसी अच्छे चिकित्सक के पास भेजना चाहिए । एनेस्थीसिया और आईवी कॉन्शस सेडेशन देने के नए तरीकों ने रोगियों के लिए उपचार को बहुत आरामदायक बना दिया है। डॉ चटराज ने कहा हममें से अधिकांश रूट कैनाल उपचार को एक यातना मानते हैं और इसे गंभीर दर्द और परेशानी से जोड़ते हैं लेकिन रूट कैनाल प्रक्रिया जब एक कुशल दंत चिकित्सक द्वारा की जाती है, एंडोडोंटिस्ट माइक्रोस्कोप के तहत लगभग दर्द रहित होता है।
एस्थेटिक डेंटिस्ट्री का मतलब था किसी व्यक्ति की मुस्कान को ठीक करना और दांतों को अनैस्थेटिक तारों और धातु का उपयोग करके स्थिति में लाना। डेंटिस्ट्री की आधुनिक दुनिया विनियर और एस्थेटिक क्राउन के साथ इनविजिबल अलाइनर्स (इनविजलाइन) का विकल्प प्रदान करती है। डिजिटल डेंटिस्ट्री के आगमन के साथ अब रोगी के दांतों और प्रोफाइल को एक सॉफ्टवेयर से स्कैन किया जाता है और उसकी संपूर्ण मुस्कान के अनुसार इसे डिजाइन किया जाता है, इसे डिजिटल स्माइल डेंटिस्ट्री कहा जाता है। ऐसे मामलों में जहां समय सीमित है या रोगी ऑर्थोडॉन्टिक हस्तक्षेप की इच्छा नहीं रखता है या वांछित मुस्कान प्राप्त करने के लिए महीनों तक इंतजार करना चाहता है। डॉ. मून चट्टराज सदर्न एवेन्यू स्थित आमरी मेडिकल सेंटर में आधुनिक दंत चिकित्सा पद्धति से मरीजों का उपचार कर रही हैं ।