कोलकाता : बिहार के डोभी-दुर्गापुर तक प्राकृतिक गैस पाइपलाइन लगाने का काम पूरा हो चुका है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हल्दिया की सभा से 4700 करोड़ लागत की गैस पाइपलाइन समेत तीन परियोजनाओं का लोकार्पण एवं एक योजना का शिलान्यास करेंगे। वहीं डेढ़ साल में आसनसोल समेत पश्चिम बंगाल के 10 जिलों के लोगों को पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति होगी। उसके पहले शुक्रवार को केंद्रीय पेट्रोलियम, इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान दुर्गापुर पहुंचे। उन्होंने पानागढ़ के मैट्रिक्स खाद कारखाने का दौरा किया, जहां पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति होगी। इसके बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि पहले पूर्वोत्तर व पूर्वी भारत के अपर असम में गैस पाइपलाइन थी, इसके अलावा पश्चिम एवं दक्षिण भारत का इलाका गैस पाइपलाइन से जुड़ा हुआ था। प्रधानमंत्री ने पूर्वी एवं पूर्वोत्तर भारत में गैस पाइपलाइन बैठाने पर जोर दिया। उनका मानना है कि पूर्वी एवं पूर्वोत्तर भारत के विकास से देश का विकास होगा। इसके लिए उत्तरप्रदेश के जगदीशपुर से पश्चिम बंगाल के हल्दिया तक गैस पाइपलाइन बैठाने का कार्य किया जा रहा है। बिहार के डोभी-दुर्गापुर तक 348 किलोमीटर गैस पाइपलाइन 2400 करोड़ की लागत से बिछ गयी है। इससे पानागढ़ खाद कारखाने व झारखंड के सिदरी खाद कारखाने में गैस की आपूर्ति होगी। पानागढ़ खाद कारखाने में प्रतिवर्ष 13 लाख टन खाद का उत्पादन होगा। इससे बंगाल के किसानों को सुविधा होगी। वाहनों में सीएनजी गैस इस्तेमाल करने से खर्च में 15-30 फीसद तक कमी आएगी। सीएनजी स्वच्छ इंधन है। उद्योग को गैस मिले, उद्योग बढ़े, इसके लिए प्रयास हो रहा है। उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना का लाभ देश में आठ करोड़ लोगों को मिला है। इसमें बंगाल में 88 लाख लोगों को योजना का लाभ मिला है। बंगाल के दस जिलों में साल-डेढ़ साल में घर-घर गैस का कनेक्शन मिलने लगा है।