ट्यूशन पढ़ाकर की थी आईआईटी की पढ़ाई, अमेरिका में जाकर बनाई कंपनी

पानीपत (हरियाणा).  गांव चुलकाना निवासी रणवीर गुप्ता, समालखा के जिस गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़े थे, वहां भी 2015 में 1.25 करोड़ रुपए से  ‘ऑडिटोरियम और इनोवेशन’ सेंटर बनवाया। इसके उद्घाटन की तैयारी चल रही है। इस ऑडिटोरियम में अब एक साथ 1000 बच्चे बैठ सकेंगे। अमेरिका के वॉशिंगटन में रह रहे 67 साल के रणवीर कहते हैं, ‘मैं 8वीं क्लास तक गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ा।’  समालखा के गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल  से 12वीं पास की। 1965 में खड़गपुर आईआईटी में सिलेक्शन हो गया।वे बताते हैं कि 10 भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। इसलिए परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहता था। बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। इसी से आईआईटी की पढ़ाई का खर्च निकाला। आईआईटी करने के बाद मुझे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर कॉलेज की कमी महसूस हुई। मैंने तभी तय किया था कि अगर मैं कामयाब रहा, तो इस फील्ड में जरूर काम करुंगा। इसके बाद कुछ दिन नौकरी भी की।

जॉब छोड़ अमेरिका में बनाई कंपनी 

रणवीर बताते हैं कि  कुछ करने की चाह में नौकरी छोड़कर 1971 में अमेरिका चला गया। वहां आर्किटेक्चर और कंस्ट्रक्शन कंपनी बनाई।

कंपनी चल निकली तो जहां पढ़ा था, उन्हीं शिक्षा मंदिरों को सबसे पहले संवारने को सोचा।  आईआईटी खड़गपुर में रणवीर-चित्रा ‘इंफ्रास्ट्रक्चर डिजाइन एंड मैनेजमेंट’ इंस्टीट्यूट खोला। अब तक यहां से 100 स्टूडेंट डिग्री ले चुके हैं।  इस कोर्स में एयरपोर्ट बनाने, मेट्रो, पुल, पावर प्लांट आदि के बारे में सिखाया जाता है।’

 

 

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।