जानें एग फ्रीजिंग के बारे में

आज कई महिलाएं कैरियर या किसी अन्य समस्या के कारण परिवार को देर से आरंभ करने का इरादा रखती हैं। जिस वजह से वे एग फ्रीजिंग की तकनीक को आज़माने की भी इच्छा रखती हैं। हालांकि ये तकनीक महंगी है लेकिन कुछ कंपनी इसका खर्चा उठाने के लिए तैयार हैं। ये एक अच्छी ख़बर है परंतु इस प्रक्रिया से साथ जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानना भी जरूरी है।

एग फ्रीजिंग एक नई तकनीक है जिसमें महिलाओं के अंड़ाणुओं को निकाल कर, फ्रीज करके स्टोर किया जाता है। बाद में, जब वह मां बनने का निर्णय लेती है तब गर्भाधान करने के लिए इन अंड़ाणुओं को गर्म करके भ्रूण के रूप में गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है।

इस नई तकनीक को कौन अपना सकता है?

  • जो महिलाएं व्यक्तिगत कारणों की वजह से परिवार शुरू करने की इच्छा नहीं रखती हैं
  • कैंसर से पीड़ित महिलाएं

हालांकि, एग फ्रीजिंग के लिए अभी तक कोई सही उम्र तय नहीं की गई है, परंतु बेहतर परिणामों के लिए आप इसे जल्द शुरू करें। आमतौर पर महिलाएं 34/35 की उम्र में अंड़ाणुओं को फ्रीज करने की सेवा का चयन कर सकती हैं।

अंड़ाणुओं को कितने समय के लिए फ्रीज किया जा सकता है?
हालांकि अभी तक ऐसा कोई अध्ययन नहीं हुआ है जो हमें इस सवाल का सही जवाब दे सकें। लेकिन कहा जाता है कि 20 साल के बाद भी फ्रीज किए गए अंड़ाणु को सफलतापूर्वक भ्रूण के रूप में स्थानांतरित किया जा सकता है।

क्या एग फ्रीजिंग सुरक्षित है?
यूएससी प्रजनन की एक रिपोर्ट के अनुसार, सामान्य बच्चों की तुलना में फ्रीज किए गए अंड़ाणुओं से पैदा हुए 900 से भी अधिक बच्चों में जन्म दोष के कोई खास लक्षण नहीं देखे गए। यह इस विषय पर प्रकाशित सबसे बड़ा अध्ययन था। इसके अलावा, एक अन्य अध्ययन के परिणामों में यह देखा गया कि ताजा अंड़ाणुओं से बने भ्रूण एवं फ्रीज हुए अंड़ाणुओं से बने भ्रूण में गुणसूत्र दोष के कुछ खास लक्षण नहीं थे।

2014 में हुए एक नए अध्ययन से पता चला कि एग फ्रीजिंग से गर्भावस्था में कोई जटिल स्थितियों की वृद्धि नहीं हुई।

 

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