Wednesday, April 23, 2025
खबर एवं विज्ञापन हेतु सम्पर्क करें - [email protected]

छत दिखती नहीं

डॉ. वसुंधरा मिश्र

मेरी छत से अब तुम्हारी छत तक भी दिखती नहीं
पास थे जब तुम कभी अब दूर से भी दिखते नहीं
आँखों से आँखों का मिलना बन चुका है अब सपना
दूर होकर भी तब हमारा सब कुछ था केवल अपना
समय की लकीरों में धुंधले उभरते प्रेम चित्र
सहसा ही उभर उभर छा जाते

प्रेम के हिंडोले में पेंग भरते रहे
सीढ़ियों पर पचासों बार उतरते और चढ़ते रहे
पैरों में असंख्य बिजलियाँ मचल हंँस खेलती रहीं
साइकिल की घंटियाँ धड़कनों को झंकृत करतीं रहीं
भावों की तरंगें गिलहरी बन मचल मचल लिपटती रहीं
हाथों को जब तुम लहराते अमलतास फूल लद जाते
ताल छंद लय के न जाने कितने ही गीत मुखर हो जाते
कागज के उन टुकड़ों को जब भी पढ़ती थी बार बार
मीठी कसक लिए युवा ऊर्जा के कर जाती कई समंदर पार
अब छत पर वह उन्मुक्त चंद्र किरणें नहीं दिखाई पड़तीं
हर श्वास-प्रश्वास अब पदचाप की आहट को नहीं ढूंँढती
समय के साथ वह दवा भी अब काम नहीं करती
तुम्हारा आना जाना मुस्कुराना महज यादों में बसी रहीं
सच में, इन प्राणों में गीत संगीत और नृत्य अब भी है जीवित
तभी तो अभी भी मन भीतर ही भीतर खिलखिलाता और मुस्कुराता रहता है
गतिशील और मूर्त बन जीवन को चलाता रहता है
प्रेम मरता नहीं है जीने की प्रेरणा बन मृत्यु के द्वार को खटखटाता है।
हर पल अमरता और प्रीत के गीत गुनगुनाता है।
छत अब टूट कर आकाश को छूने लगी है
अब तुम्हारे लहराते वे हाथ भी न जाने कब से खो चुके हैं
फुर्सत और प्रेम की वे आँखें न जाने कब से बंद हो चुकी हैं
फिर भी भावों की फुलवारी में फूल तो खिलते ही रहेंगे
छत न सही एसी के बंद कमरों में सही सिकुड़े मानस में सही
जमाने से प्रेम भले ही बदलते रहे हों, प्रेम संस्कृतियां जीतती रहेंगीं

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।

शुभजिताhttps://www.shubhjita.com/
शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।
Latest news
Related news