गर्मी के मौसम में तेज गर्म हवाएं सेहत को कई तरीके से नुकसान पहुंचा सकती है इसमें स्किन झुलस जाती है और बाल रूखे और बेजान से हो जाते हैं। वहीं पेट का भी बुरा हाल हो जाता है।
लू लगने से चक्कर ,उल्टी ,बुखार ,सिर दर्द की परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सदियों पुराना नुस्खा आज भी लोग अपनाते हैं इससे बचने के लिए हम बात कर रहे हैं सत्तू के घोल की।
100 ग्राम सत्तू में पोषक तत्व- 20.6 % प्रोटीन , 7.2 % वसा, 1.35 % फाइबर, 65.2 %, कार्बोहाइड्रेट 2.95 % नमी , 406 कैलोरी पाई जाती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को लू नहीं लगने देते हैं
गर्मी से बाहर निकलने के लिए बड़े बुजुर्ग सत्तू खाने पर ज्यादा जोर देते हैं। क्योंकि इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को लू नहीं लगने देते हैं। इसके अलावा भी कई तरीकों से लाभ पहुंचाते हैं सेहत को जिसके बारे में आज हम आपको बताते हैं। सत्तू को ग्रामीण लोग ‘सतुआ ‘ भी कहते हैं। आमतौर पर सत्तू को गांव के लोग ज्यादा खाते हैं इसे सुपर फूड की केटेगरी में रखा गया है। इसमें फाइबर ,कार्बोहाइड्रेट ,प्रोटीन,कैल्शियम ,मैग्नीशियम पाया जाता है ,गर्मी के मौसम में परफेक्ट एनर्जी ड्रिंक है ।
आज हम आपको सत्तू के फायदे बताते हैं। यह लू से तो बचाता है साथ में डायबिटीज और ब्लड प्रेशर में भी फायदा पहुंचाता है। इसमें ब्लड शुगर कंट्रोल में होता है ।
अगर आप सत्तू का घोल पीना पसंद नहीं करते हैं तो आप इस का पराठा भी बना कर खा सकते हैं। स्किन और बाल के लिए बहुत लाभकारी साबित होगा इससे बालों का झड़ना और चेहरे की झुर्रियां कम होगी। सत्तू में आयरन की मात्रा कम होती है जो बाल की सेहत के लिए अच्छा होता है।
गर्भावस्था और पीरियड में महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है ऐसे में उनकी भरपाई कर देता है। सत्तू में विटामिन और खनिज की मात्रा होती है जो शरीर को प्रोटीन प्रदान करने का भी काम करता है।