लखनऊ. करीना कपूर खान का कहना है कि पीरियड्स के दिनों में पुरुषों को महिलाओं का ख्याल रखना चाहिए। पीरियड्स नैचुरल प्रॉसेस का हिस्सा होते हैं। करीना ने शनिवार को यहां लॉ मार्टीनियर कॉलेज में यूनिसेफ के प्रोग्राम में ये बातें कहीं। करीना ने स्टूडेंट्स से कहा- आप जो चाहें हासिल कर सकते हैं…
करीना ने मेन्स्ट्रूअल हाइजीन को लेकर यूनिसेफ के प्रोग्राम में कहा, ”महिलाओं में पीरियड्स और उनके हेल्थ रिलेटेड प्रॉब्लम्स पर खुलकर बात नहीं होती है, जो गलत है।”
”भगवान ने हमें बनाया है। पीरयड्स नैचुरल होते हैं। आप कैसे कह सकते हैं कि पीरियड्स के दौरान महिलाएं प्योर नहीं होतीं?”
करीना ने स्टूडेंट्स से कहा, ”ऐसा कुछ नहीं है जिसे लड़कियां अचीव नहीं कर सकतीं। मेरा सभी लड़कियों को यही मैसेज है। पैरेंट्स को बच्चों से हर तरह के मुद्दे पर खुलकर बात करनी चाहिए।”
करीना ने बताया, ”हम सेलेब्रिटीज हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम उन चीजों से नहीं गुजरते, जिससे आम लोग गुजरते हैं। हम भी 40 डिग्री टेम्परेचर में काम करते हैं, जैसे आप करते हैं।”
”सैनिटेशन की जो प्रॉब्लम्स हैं, वो हमारे साथ भी है। लोगों को लगता है कि हमें सारी सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।”
”अक्सर ऐसा होता है कि सफर में शूटिंग के दौरान हमें भी ऐसी परेशानियों से गुजरना पड़ता है।”
”पोर्टेबल टॉयलेट होते हैं, जो मेल-फीमेल दोनों को यूज करने होते हैं। हम भी मैनेज करते हैं। हमारा भी काम नहीं रुकता। लेकिन लोग ये समझते है कि हम स्टार हैं और सुविधाओं से लैस हैं।”
‘मैंने और करिश्मा ने तोड़ा मिथ‘
करीना ने कहा, ”अगर जेंडर बायसनेस की बात करें तो उसमे भी बहुत बदलाव आया है।”
”जर्नलिज्म में भी ज्यादा लड़कियां नजर आ रही है। हर फील्ड में लड़कियां आगे आ रही हैं।”
”मेरे परिवार में महिलाओं को काम करने की परमिशन नहीं थी, लेकिन मैंने और करिश्मा ने इस मिथ को तोड़ दिया।”
”फिर लोगों ने कहा शादी मत करो करियर खत्म हो जाएगा, लेकिन मैंने शादी भी की और मेरा काम भी जारी है, तो बदलाव हो रहा है।”