अभिनय प्रतिभा के दम पर मानव कौल ने अपनी पहचान व्यवसायिक और छोटी बजट वाली दोनों ही तरह की फिल्मों में स्थापित की है। अभिनेता का कहना है कि भारतीय सिनेमा एक रोमांचक दौर से गुजर रही है और अब यह समय आ गया है कि वह कुछ अभिनेताओं को ‘चरित्र अभिनेता’ कहना बंद करे।
‘जय गंगाजल’ के अभिनेता ने कहा कि फिल्म निर्माता अब अच्छे अभिनेताओं को मुख्य भूमिका देने में तवज्जो दे रहे हैं। यह एक बड़ा बदलाव है।
कौल ने बताया कि उन्हें ‘चरित्र अभिनेता’ शब्द पसंद नहीं है। उनका मानना है कि यह काफी खराब है। यह ऐसा है जैसे कि किसी को डिब्बे में बंद कर दिया गया हो और कहा जा रहा हो कि अच्छा आप तो चरित्र अभिनेता हैें। इस तरह की छवि से बाहर निकल पाना मुश्किल हो जाता है।