मुम्बई । गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के पूर्व प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी को रिलायंस ने अपने साथ जोड़ा है। सोढ़ी साल 1982 में जीसीएमएमएफ में शामिल हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरएस सोढ़ी ईशा अंबानी के रिटेल बिजनेस को आगे बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। सोढ़ी के अनुभव का रिलायंस को फायदा मिल सकता है।
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने डेयरी उद्योग के दिग्गज और गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के पूर्व मैनेजिंग डाइरेक्टर आर एस सोढ़ी को अपने साथ जोड़ा है। गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के पास भारत का सबसे बड़ा डेयरी ब्रांड अमूल है।
अमूल से इस्तीफा दे दिया था सोढ़ी ने
जीसीएफएमएफ के प्रबंध निदेशक रहे आरएस सोढ़ी ने फेडरेशन में शामिल होने के चार दशक बाद बीते दिनों अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सोढ़ी ने साल 1982 में जीसीएमएमएफ के साथ अपना सफर शुरू किया था। हालांकि सोढ़ी और रिलायंस ने इस बारे में अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। लेकिन सूत्रों ने टीओआई को बताया कि सोढ़ी ईशा अंबानी के रिटेल बिजनेस को अपने ग्रोसरी वर्टिकल के विकास में मदद कर सकते हैं। खासकर फलों और सब्जियों के क्षेत्र में फर्म को उपभोक्ता ब्रांडों में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर सकते हैं।
आक्रामक रूप से हो रहा है विस्तार
आरआरवीएल की फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) शाखा रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (आरसीपीएल) हाल ही में आक्रामक रूप से सेगमेंट में अपनी उपस्थिति बना रही है। कंपनी कई प्रोडक्ट को लॉन्च कर रही है। इसमें प्रतिष्ठित ब्रांड कैंपा के तहत पेय पदार्थों से लेकर होम और पर्सनल केयर के प्रोडक्ट भी शामिल हैं। सोढ़ी रिलायंस में शामिल होने वाले उद्योग जगत के पहले दिग्गज नहीं हैं। समूह ने इससे पहले कोका-कोला इंडिया के पूर्व अध्यक्ष टी कृष्णकुमार को भी अपने साथ जोड़ा है। सूत्रों के मुताबिक, डेयरी क्षेत्र में सोढ़ी के अनुभव को देखते हुए, डेयरी और वैल्यू एडड डेयरी सेगमेंट में प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने के लिए उनका फायदा लिया जा सकता है।
बता दें कि जनवरी में जीसीएमएमएफ में करीब 41 साल बिताने के बाद सोढ़ी ने इस्तीफा दे दिया था। यह कदम रिलायंस की अपने एफएमसीजी के विस्तार और उसे मजबूत करने की दिशा में है। रिलायंस इससे अमूल और मदर डेयरी के खिलाफ कांप्टीशन करने के लिए एक मंच तैयार कर सकता है।