नचिकेता सोनी भारतीय हस्तशिल्प के लिए काम कर रहीं युवा उद्यमी हैं जिनका काम लगातार सराहा जाता रहा है। परम्परागत टेक्सटाइल उद्योग को उन्होंने गौर से देखा है और अब वे डिजिटल माध्यमों के माध्यम से आगे बढ़ा रही हैं और ई कॉमर्स कम्पनी के रूप में उनकी एक छोटी सी शुरूआत बंधेज मार्ट एक लोकप्रिय नाम बन चुकी है। नचिकेता न सिर्फ उद्यमी हैं बल्कि उनको रोमांचकारी यात्राएं करने का भी शौक है। उद्यमी और ई कॉमर्स वस्त्र उद्योग प्रोत्साहक नचिकेता सोनी से अपराजिता की बातचीत के प्रमुख अंश –
चुनौती है मगर मुझे विश्वास है कि आगे बढूँगी
बहुत लम्बा रास्ता है। पश्चिमी संस्कृति की ओर से तेजी से मुड़ रही भारतीय संस्कृति के लिए काम करना बड़ी चुनौती है। मैं जो बनाती हूँ, वह विशुद्ध भारतीय हृदय के लिए होता है मगर मुझे उम्मीद है कि मैं इस कला का प्रसार भारत में ही नहीं विदेशों में भी कर सकूँगी। दरअसल, बहुत कम जगहें ऐसी हैं जहाँ यह काम होता है और बहुत सी महिलाएं इससे जुड़ी हैं। मैं इस कला को प्रोत्साहित करना चाहती हूँ।
हर भारतीय को हैंडलूम को प्रोत्साहन देना चाहिए
मेक इन इंडिया ने निःसंदेह स्टार्ट अप और युवा उद्यमियों को लेकर लोगों की सोच बदली है। महिलाएं अपना व्यवसाय शुरू करने के बारे में सोच सकती हैं और बदलते वक्त के साथ हम भी चल सकते हैं। हम विकास का अंग बन सकते हैं। हाल ही में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हैंडलूम का प्रचार किया। हर भारतीय को हैंडलूम को प्रोत्साहन देना चाहिए।
सरकार से प्रोत्साहन की जरूरत है
हम जैसे कुछ उद्यमी हैंडलूम को आगे ले जाने की कोशिश में जुटे हैं मगर सरकार जब तक आर्थिक सहायता नहीं करती और उत्पादों को लेकर जब तक जागरूकता नहीं आती, तब तक कुछ भी करना सम्भव नहीं है। हमें परम्परागत हैंडलूम को शहरी लुक के अनुसार बनाना होगा जिससे यह परिदृश्य बदल सकता है। टेक्सटाइल का बाजार भी बेहद बड़ा है और यह जिस तरीके से चल रहा है, उसको बदलना बेहद कठिन है मगर आज बहुत से युवा पूरी प्रणाली को बदल रहे हैं।
महिलाओं को अपनी सीमाओं से आगे निकलना होगा
महिलाओं को अपनी सीमाओं से निकलकर कड़ी मेहनत करनी चाहिए क्योंकि वे सोचती हैं, दुनिया उससे बहुत आगे है।
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Credit goes to Sushma Ji.
आभार। यूँ ही सहयोग देते रहिए।