नयी दिल्ली : फिक्स इनकम वाले निवेश विकल्पों में पैसे लगाने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने लघु बचत यानी स्मॉल सेविंग की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। 30 सितंबर 2021 को समाप्त होने वाली तिमाही के लिए छोटी बचत पर ब्याज दरें अपरिवर्तित रखी गयी है। 30 जून 2021 को केंद्र सरकार द्वारा जारी एक सर्कुलर में कहा गया है कि पीपीएफ पर 7.1 फ़ीसदी, एनएससी पर 6.8 फीसदी और पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना अकाउंट पर 6.6 फ़ीसदी ब्याज मिलता रहेगा।
छोटी बचत में पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( पीपीएफ), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी), सुकन्या समृद्धि योजना और अन्य योजनाएं आती हैं। इसका मतलब यह है कि पीपीएफ और सुकन्या योजना में निवेश करने वाले निवेशक को वही ब्याज मिलता रहेगा जो उन्हें 30 जून को समाप्त तिमाही में मिल रहा था। निवेश के इन विकल्पों में पैसे लगाने वाले लोगों को भी वही ब्याज मिलेगा जो पिछली तिमाही में मिल रहा था।
इससे पहले अप्रैल में सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कमी करने का फैसला वापस ले लिया था। सरकार ने कुछ दिन पहले ही यह फैसला लिया था, लेकिन अगले दिन इस बारे में वित्त मंत्रालय की तरफ से ट्वीट के जरिए फैसला वापस लेने की जानकारी दी गयी। सवा साल पहले हुआ था बदलाव
सरकार ने करीब सवा साल पहले छोटी ब्याज योजनाओं की ब्याज दर में कमी की थी। तब वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में ब्याज दरों में 1.4 फीसदी तक की कमी की गई थी। अब सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (एससीएसएस) पर ब्याज की दर 7.4 फीसदी होगी। अगर सरकार ने कटौती का फैसला वापस नहीं लिया होता तो यह दर 6.5 फीसदी रह जाती। पांच साल के रेकरिंग डिपॉजिट पर ब्याज की दर 5.8 फीसदी होगी। अगर सरकार ने कटौती का फैसला वापस नहीं लिया होता तो यह 5.3 फीसदी होती।