‘रेड’ फिल्म की अम्मा पुष्पा जोशी का निधन, 85 की उम्र में की थी पहली फिल्म

मुम्बई : अजय देवगन की फिल्म ‘रेड’ में अम्मा का किरदार निभाने वाली पुष्पा जोशी का 85 साल की उम्र में निधन हो गया। जानकारी के मुताबिक पुष्पा जोशी पिछले हफ्ते घर में फिसल गयी थीं जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिसलने की वजह से उनके फ्रैक्चर भी हो गया था। ‘रेड’ फिल्म से ही पुष्षा जोशी ने बॉलीवुड में अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। पुष्पा जोशी के निधन की खबर से सिनेमाजगत में सन्नाटा पसर गया है। निधन की खबर मिलते ही ‘रेड’ फिल्म के निर्देशक राज कुमार गुप्ता ने भी ट्वीट कर शोक व्यक्त किया। राज कुमार गुप्ता ने पुष्पा जोशी के साथ तस्वीर साझा करते हुए लिखा- ‘पुष्पा जोशी जी के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं। ‘रेड’ फिल्म में आपका अभिनय देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा था। आप सेट की शान थीं। दादी दी आप जहां भी होंगी वहां पर खुशियां बिखेर रही होंगी। हम आपको बहुत याद करेंगे। नम आंखों से श्रद्धांजलि।’ पुष्पा जोशी ने ‘रेड’ में सौरभ शुक्ला की मां का किरदार निभाया था जिसे न केवल दर्शकों बल्कि फिल्म समीक्षकों ने भी सराहा था। फिल्म में पुष्पा जोशी का किरदार भले ही कम था लेकिन वह अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रही थीं। पुष्पा जोशी के डायलॉग से लेकर हाव भाव ऐसे थे जिससे आप अपनी नानी या फिर दादी से जोड़कर देख सकते हैं। यहां तक कि ‘रेड’ देखने के बाद काजोल ने अम्मा को अपने घर ले जाने की बात भी कही थी।एक इंटरव्यू के दौरान पुष्पा जोशी ने काजोल के घर जाने वाली बात पर सहमति भी जताई थी। फिल्म में अपने रोल के बारे में पुष्पा जोशी ने कहा था – ‘मेरी उम्र के भी फिल्मों में बहुत सारे रोल होते हैं। जिनमें कहानी के साथ -साथ किरदार भी दमदार हैं।’ पुष्पा जोशी ने भले ही 85 साल की उम्र में पहली बार फिल्म में नजर आई थीं लेकिन जबरदस्त अभिनय से वह रातोंरात ही सनसेशन बन गई थीं। पुष्पा जोशी थियेटर से जुड़ी थीं हालांकि ‘रेड’ से पहले शॉर्ट फिल्म ‘जायका’ में अभिनय किया था। पुष्पा जोशी का एक बेटा है जिसका नाम रवीन्द्र है। वहीं पोता आभास कई सारे रियलिटी शो का हिस्सा बन चुका है। जिसमें ‘वॉइस ऑफ इंडिया’ और ‘म्यूजिक का महामुकाबला’ शामिल हैं। पुष्पा जोशी मुख्य रूप से जबलपुर की रहने वाली हैं लेकिन बीते कुछ वक्त से मुंबई में परिवार के साथ रह रही थीं। पुष्पा जोशी आखिरी बार एक विज्ञापन में नजर आई थीं। इस विज्ञापन के बाद लोग उन्हें ‘स्वैग वाली दादी’ कहने लगे थे।

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