नयी दिल्ली : दिल्ली में विभिन्न समारोहों, धार्मिक स्थलों, होटलों और शमशान घाटों से निकलने वाले फूल और अन्य पूजा सामग्री के कचरे से हवन सामग्री बनाने का अभियान निगमबोध घाट से शुरू किया गया है।
केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने आज निगमबोध घाट पर हरित कचरा पुनर्चक्रण मशीन का उद्घाटन करते हुये कहा कि धार्मिक स्थलों से फूल और अन्य पूजा सामग्री को नदी में प्रवाहित करने से रोकते हुये हवन सामग्री बनाने से पर्यावरण को लाभ होगा। निगमबोध घाट पर फूल और पूजा सामग्री का सबसे ज्यादा हरित कचरा निकलता है।
यहां प्रतिदिन निकलने वाले हरित कचरे का इस मशीन से निस्तारण कर खाद बनायी जायेगी। स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी संस्था क्लीन इंडिया वेंचर्स द्वारा विकसित की गयी यह मशीन सांसद निधि से लगायी गयी है। मशीन से बनी हवन सामग्री को निशुल्क वितरित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इससे नगर निगमों को भी ट्रकों में भरकर पूजा सामग्री लैंडफिल साइट तक भेजने की जिम्मेदारी से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने इस मशीन को धार्मिक स्थलों के अलावा मंडियों और होटलों सहित उन सभी स्थानों पर लगाने की जरूरत पर बल दिया जहां से नियमित तौर पर हरित कचरा निकलता है।
नयी दिल्ली : दिल्ली में विभिन्न समारोहों, धार्मिक स्थलों, होटलों और शमशान घाटों से निकलने वाले फूल और अन्य पूजा सामग्री के कचरे से हवन सामग्री बनाने का अभियान निगमबोध घाट से शुरू किया गया है।
केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने आज निगमबोध घाट पर हरित कचरा पुनर्चक्रण मशीन का उद्घाटन करते हुये कहा कि धार्मिक स्थलों से फूल और अन्य पूजा सामग्री को नदी में प्रवाहित करने से रोकते हुये हवन सामग्री बनाने से पर्यावरण को लाभ होगा। निगमबोध घाट पर फूल और पूजा सामग्री का सबसे ज्यादा हरित कचरा निकलता है।
यहां प्रतिदिन निकलने वाले हरित कचरे का इस मशीन से निस्तारण कर खाद बनायी जायेगी। स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी संस्था क्लीन इंडिया वेंचर्स द्वारा विकसित की गयी यह मशीन सांसद निधि से लगायी गयी है। मशीन से बनी हवन सामग्री को निशुल्क वितरित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इससे नगर निगमों को भी ट्रकों में भरकर पूजा सामग्री लैंडफिल साइट तक भेजने की जिम्मेदारी से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने इस मशीन को धार्मिक स्थलों के अलावा मंडियों और होटलों सहित उन सभी स्थानों पर लगाने की जरूरत पर बल दिया जहां से नियमित तौर पर हरित कचरा निकलता है।