नयी दिल्ली : जानेमाने फिल्मकार के विश्वनाथ को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया।
विश्वनाथ तेलगु सिनेमा के अलावा तमिल और हिंदी फिल्मों में भी प्रख्यात शख्सियत हैं।
87 वर्षीय विश्वनाथ फाल्के पुरस्कार पाने वाले 48वें व्यक्ति हैं। इस पुरस्कार में स्वर्ण कमल, 10 लाख रूपये की पुरस्कार राशि और एक प्रशस्ति पत्र शामिल है।
भावुक विश्वनाथ के साथ उनकी पत्नी जया लक्ष्मी भी समारोह में मौजूद थी। उन्होंने अपने माता-पिता और प्रशंसकों का धन्यवाद अदा किया।
मुखर्जी ने कहा, ‘‘दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिलने पर मैं के विश्वनाथ को बधाई देता हूं और फिल्म उद्योग, राष्ट्रीय एकता, अखंडता और शांति का दृढ़ संदेश देने में उनके योगदान के लिए उनका धन्यवाद अदा करता हूं।’’ सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडु ने कहा कि विश्वनाथ की खासियत यह है कि वह हिंसा, अश्लीलता और लड़ाई झगड़े से रहित मनोरंजक फिल्में बनाते हैं।
विश्वनाथ ने संकरभरनाम, सागर संगमम, स्वाति मुत्याम, सप्तापड़ी, कामचोर, संजोग, जाग उठा इन्सान जैसी पुरस्कार विजेता फिल्मों का निर्देशन किया है। उन्हें वर्ष 1992 में पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है। इसके अलावा पांच राष्ट्रीय पुरस्कार, 20 नंदी पुरस्कार :आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा : , दस फिल्मफेयर ट्रॉफी मिल चुकी हैं।