जानेमाने उर्दू शायर और गीतकार नक्श लायलपुरी का आज सुबह अपने घर में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। उनकी पुत्र-वधू टीना घई ने बताया कि लायलपुरी ने कल शाम सात बजे के बाद अपनी आंखें नहीं खोलीं। वह अपनी बेटी के अलावा किसी अन्य को पहचान नहीं पा रहे थे।
टीना ने कहा, ‘‘वह बहुत तकलीफ में थे। मार्च और अक्तूबर में उनकी कूल्हे की हड्डी टूट गयी थी, और वह अस्पताल में भर्ती थे। वह बहुत कमजोर हो गए थे।’’ उनका अंतिम संस्कार आज शाम ओशिवारा शवदाहगृह में होगा।
टीना ने कहा, ‘‘वह अब भी उर्दू शायरी पढ़ना चाहते थे और काफी कुछ पढ़ने को बचा हुआ था। उनकी एक आंख की रोशनी खत्म हो गयी थी, लेकिन वह फिर भी पढ़ना चाहते थे, पढ़ने की उनकी प्रबल इच्छा थी।’’ उनका जन्म मौजूदा पाकिस्तान स्थित पंजाब प्रांत के लायलपुर में हुआ था। उनका नाम जसवंत राय था। फिल्मों में उन्हें पहला ब्रेक 1952 में फिल्म ‘जग्गू’ में मिला जिसमें उन्होंने ‘‘अगर तेरी आंखों से आंखें मिला दूं’’ गीत लिखा था।
उनकी चर्चित फिल्मों में ‘‘चेतना’’, ‘‘आहिस्ता आहिस्ता’’, ‘‘तुम्हारे लिए’’, ‘‘घरौंदा’’ भी शामिल हैं।