इजरायली नर्स ने फिलिस्तीनी बच्चे को कराया स्तनपान

पूरी दुनिया जानती है कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच किस हद तक दुश्मनी हैं. दोनों देश एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने का एक भी मौका नहीं गंवाते हैं, लेकिन इस बार एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर लोग हैरत जताने के साथ भावुक हो रहे हैं. दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं, जिसमें इजरायली की एक नर्स फिलिस्तीनी महिला की कोख से पैदा हुए नवजात को स्तनपान करा रही है. मानवता की मिसाल पेश करती इस तस्वीर की दुनिया भर में चर्चा हो रही है. जिस किसी की भी इसपर नजर पड़ रही है वह हैरानी के जताने के साथ यह भी लिख रहे हैं, ‘दुनिया में इंसानियत से बढ़कर कुछ भी नहीं है, सदैव इसकी जीत होती है.’

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सड़क दुर्घटना में फिलिस्तीनी महिला बुरी तरीके से घायल हो गई थी और उसके पति की मौत हो गई थी. महिला को इजरायल के करीम अस्पताल में भर्ती कराया है. उसके बच्चे को भूख के मारे बिलखता देख इजरायली नर्स का कलेजा पसीज गया. उसने बच्चे को गोद में उठाया और स्तनपान कराने लगी. इंसानियत की मिसाल पेश करने वाली यहूदी नर्स का नाम उला ओस्‍ट्रोवस्‍की-जक है।

इजरायली नर्स ने पहले करीब सात घंटे तक बच्चे को बोतल से दूध पिलाने की कोशिश की, लेकिन उसने रोना बंद नहीं किया. इसके बाद उसने स्तनपान कराने का फैसला लिया।

नर्स ने कहा, ‘उसकी (बच्‍चे की) मौसी बेहद हैरान थी कि एक यहूदी कैसे दूध पिलाने को तैयार हो गई, मगर मैंने उनसे कहा कि हर मां यही करेगी।’ अपनी शिफ्ट के दौरान नर्स ने नवजात को पांच बार स्‍तनपान कराया और जब परिवार इस बात को लेकर चिंतित था कि नर्स के जाने के बाद क्‍या होगा, तो उला ने उसका भी बंदोबस्‍त किया। नर्स ने एक फेसबुक ग्रुप पर पोस्ट लिखी, जिसपर हजारों जवाब आए और कई महिलाओं ने आकर बच्‍चे को खिलाने के लिए कॉल किया। यह तस्‍वीर सोशल मीडिया पर हजारों बार शेयर की गई है।
मालूम हो कि इजरायल की स्थापना 1948 में हुई थी। इससे पहले इजरायल देश का कोई अस्तित्व नहीं था। यहां मूल रूप से फिलिस्तीनी निवास करते थे। 1947 में संयुक्त राष्ट्र की जनरल एसेंबली ने अंतरराष्ट्रीय देख-रेख में फिलिस्तीन को एक स्वायत्त येरुशलम के साथ यहूदी स्टेट और अरब स्टेट में बांटने के लिए वोट दिया था, जिसके बाद इसकी स्थापना हुई। पिछले 60 साल से दोनों देशों के बीच इसी वजह से लगातार झगड़े होते आ रहे हैं.

 

 

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।