माँ
September 18, 2016
रेखा श्रीवास्तव स्मार्ट मोबाइल की तरह बढ़ गई है माँ की जिम्मेदारियाँ भी उसे अब केवल जन्म देकर बच्चियों की संख्या नहीं बढ़ानी है उसे देना है अपनी बच्चियों को समाज में जीने की सीख अपने को मजबूत बनाने की सीख केवल पढ़-लिख कर नहीं, हर क्षेत्र में पहुँचने की सीख सिंधु और साक्षी बनने की सीख उसे देनी है केवल आगे बढ़ने की सीख नहीं रोटी-रोजी की जुगाड़ के साथ खुद को पहचानने की सीख